मुंबई, 31 मार्च (आईएएनएस)। फिल्म ‘धर्म संकट में’ की स्क्रीनिंग के लिए केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा धार्मिक गुरुओं को आमंत्रित करने संबंधी खबरों से फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे नसीरुद्दीन शाह व परेश रावल खुश नहीं हैं। उन्होंने इसे बेतुका करार दिया है।
परेश ने ‘धर्म संकट में’ की स्क्रीनिंग में एक मौलवी और पंडित को बुलाए जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए संवाददाताओं को बताया, “फिल्म देखने के लिए पंडित और मौलवी को बुलाना बेहद खतरनाक संकेत है।”
इस बारे में नसीरुद्दीन ने कहा, “यह बेतुका ख्याल है। मेरे लिए यह बेतुकेपन से भी कहीं बढ़कर है।”
सीबीएफसी चाहता है कि उसकी ओर से फिल्म को प्रमाणपत्र देने से पूर्व धार्मिक गुरु इसे ‘क्लिन चिट’ दें। ऐसा करके बोर्ड और फिल्म के निर्माता बाद में खड़े होने वाले बवाल से बच जाएंगे।
फिल्म की कहानी हिंदू आदमी धर्मपाल (परेश) के इर्दगिर्द घूमती है। उसे एक दिन पता चलता है कि वह मुस्लिम परिवार में पैदा हुआ, जिसे बाद में हिंदू परिवार ने गोद ले लिया। सच सामने आने के बाद वह अपनी धार्मिक पहचान को लेकर परेशान रहता है।
फवाद खान निर्देशित ‘धर्म संकट में’ 10 अप्रैल को रिलीज होनी है। इसमें अन्नू कपूर भी हैं।