मुबंई, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। फिल्म ‘फोर्स-2’ की टीम अगले सप्ताह दिल्ली स्थित अमर जवान ज्योति के पास जाकर देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले भारतीयों को श्रद्धांजलि अर्पित करेगी।
फिल्म की टीम दिल्ली में ही भारत सरकार से अर्जी लगाएगी, जिससे इन अनसुने योद्धाओं की कुर्बानियों को सामने लाने और इनको पहचान दिलाने की बात होगी।
इस बारे में जॉन अब्राहम ने कहा, “फिल्म की शूटिंग के दौरान जब मैंने कैप्टन कालिया की कहानी सुनी तो मेरा दिमाग एकदम हैरान था। उन्हें कारगिल युद्ध के समय पाकिस्तानी सीमा के पास पकड़ लिया गया। भारत ने तो शुरू में उन्हें पहचानने तक से इंकार कर दिया था। उनके पिता अपने बेटे को पहचान दिलाने के लिए दर-दर भटकते रहे।”
उन्होंने कहा,”आज भी खुफिया एजेंसियों के ऐसे कई योद्धा हैं, जो कही बंद हैं या फिर शहीद हो चुके हैं, फिर भी उनका कोई वजूद नहीं है। हमारी कहानी ऐसे ही योद्धाओं की सच्ची घटनाओं पर आधारित है, जो फोर्स-2 को ज्यादा विश्वसनीय बनाती है।”
जॉन ने कहा, “हमारा पूरे समाज से निवेदन है कि देश के लिए कुर्बान होने वाले ऐसे योद्धाओं की पहचान करें और उनका सम्मान करें।”