नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के उच्च सदन राज्यसभा में बुधवार को भी ललित मोदी प्रकरण और व्यावसायिक परीक्षा मंडल(व्यापमं)घोटाले को लेकर विपक्षी दलों का हंगामा जारी रहा, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई।
सदन की कार्यवाही शुरू होने पर उपसभापति पी.जे. कुरियन ने कहा कि वह इस मुद्दे पर नोटिस की अनुमति नहीं दे रहे, क्योंकि पूर्व में चर्चा के कई अवसर प्रदान किए जाने के बावजूद इस पर चर्चा नहीं हुई।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने हालांकि कहा, “जब तक प्रधानमंत्री जवाब नहीं दे देते, हर नोटिस को नए नोटिस की तरह लिया जाना चाहिए।”
इस पर कुरियन ने कहा, “मैं चर्चा की अनुमति देने के लिए तैयार हूं, क्या आप प्रस्ताव लाने को तैयार हैं?”
इस पर कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि वे तब तक चर्चा नहीं होने देंगे, जब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में उपस्थित नहीं होते।
जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा कि आजादी के 68 साल बाद ‘पूंजीपति’ संसद की कार्यवाही चलने देने की बात कह रहे हैं।
उन्होंने कहा, “उन्हें याद रखना चाहिए कि 125 करोड़ भारतीय नागरिकों ने संसद को चुना है.. क्या वे संसद को चलाना चाहते हैं?”
इस पर सदन के नेता अरुण जेटली ने सवाल किया कि क्या आम आदमी चाहता है कि संसद की कार्यवाही न चले।
कांग्रेस के सांसदों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई।