काठमांडू, 2 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को नेपाली राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के साथ वार्ता की। मुखर्जी बुधवार को नेपाल की तीन दिन की आधिकारिक यात्रा पर काठमांडू पहुंचे।
वार्ता के दौरान, दोनों नेताओं ने उम्मीद जताई कि भारत के राष्ट्रपति के दौरे से द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। पिछले 18 वर्षो में यह भारत के किसी राष्ट्रपति की पहली आधिकारिक यात्रा है।
नेपाल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता भरत राज पौडियाल ने संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का अपने कार्यालय में स्वागत करते हुए राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और नेपाल-भारत के वर्तमान संबंधों पर संतोष जताया, साथ ही दोनों देशों के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व के बीच नियमित मुलाकात पर बल दिया।
मुखर्जी ने भंडारी से कहा कि वह नई दिल्ली में जल्द ही उनकी मेजबानी करने को उत्सुक हैं।
बैठक के बाद मुखर्जी नेपाल स्थित भारतीय दूतावास की ओर से आयोजित भोज में हिस्सा लेने के लिए रवाना हो गए।
एक राज्य मंत्री, कुछ सांसद, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों तथा सुरक्षाकर्मियों सहित 60 सदस्यीय दल के साथ प्रणब मुखर्जी अपराह्न 12.30 बजे काठमांडू पहुंचे।
नेपाल की उनकी समकक्ष विद्या देवी भंडारी ने त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के वीवीआईपी लाउंज में उनकी अगवानी की।
मुखर्जी के स्वागत के लिए उपराष्ट्रपति नंद बहादुर पुन, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड, विदेश मंत्री प्रकाश शरण महत, शहरी विकास मंत्री अर्जुन नरसिंह केसी, राजनेता तथा नेपाली सेना के वरिष्ठ अधिकारी हवाईअड्डे पर मौजूद थे।
इस मौके पर, नेपाली सेना की एक टुकड़ी ने भारत के राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया, साथ ही 21 तोपों की सलामी भी दी गई।
विशेष स्वागत समारोह के बाद राष्ट्रपति भंडारी व उनके भारतीय समकक्ष राष्ट्रपति कार्यालय शीतल निवास गए।
हवाईअड्डे से लेकर शीतल निवास के बीच सड़क पर लोग जगह-जगह पर कतारों में खड़े थे और दोनों देशों के झंडे लहरा रहे थे।
प्रशासन ने मुखर्जी के आगमन से पूर्व हवाईअड्डा बंद कर दिया था।
सरकार ने मुखर्जी के सम्मान में राजकीय अवकाश की घोषणा की है।
प्रणब उपराष्ट्रपति नंद कुमार पुन तथा प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल ‘प्रचंड’ के साथ अलग से बैठक करेंगे।
मुखर्जी से पहले के.आर.नारायणन ने 28 मई, 1998 को नेपाल का दौरा किया था।
मुखर्जी गुरुवार को पशुपतिनाथ मंदिर में प्रार्थना करेंगे और काठमांडू यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे, जहां उन्हें एक मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। वह इंडिया फाउंडेशन की ओर से आयोजित एक सम्मेलन में भी शामिल होंगे।
वह प्रधानमंत्री प्रचंड द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल होंगे।
शुक्रवार को वह पोखरा और जनकपुर जाएंगे और जनकपुर स्थित जानकी मंदिर में पूर्जा-अर्चना करेंगे।
उसी दिन (शुक्रवार) मुखर्जी काठमांडू लौटेंगे और भारत के लिए रवाना होंगे।