मेलबर्न, 17 जून (आईएएनएस)। आस्ट्रेलिया ओलम्पिक समिति (एओसी) के अध्यक्ष जॉन कोट्स ने कहा कि रूस की डोपिंग रोधी एजेंसी जड़ से सड़ चुकी है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के उपाध्यक्ष ने शुक्रवार को मेलबर्न में 2012 लंदन ओलम्पिक के लिए आस्ट्रेलियाई पैदलचाल एथलीट जारेड टैलेंट को स्वर्ण पदक प्रस्तुत करने के दौरान यह बयान दिया।
टैलेंट ने लंदन ओलम्पिक में 50 किलोमीटर पैदल चाल स्पर्धा में दूसरा स्थान प्राप्त किया था, लेकिन इस स्पर्धा में प्रथम आए रूस के सर्गेइ किर्दियापकिन को डोपिंग आरोपों के कारण अयोग्य करार दिया गया है और इस वजह से आस्ट्रेलियाई पैदल चालक को स्वर्ण पदक दिया गया।
आईओसी के अध्यक्ष को रूस की डोपिंग रोधी और एथलेटिक्स निकायों की आलोचना करते हुए कहा कि जिस प्रकार उन्होंने किर्दियापकिन की जांच के दौरान व्यवहार किया, वह कपट से भरा हुआ था।
कोट्स ने कहा, “ओलम्पिक पदक देना हमेशा से एक सम्मान की बात रही है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात है इसमें हुए सुधार का हिस्सा बनना। रूस की डोपिंग रोधी एजेंसी और रूसी एथलेटिक्स महासंघ जड़ से सड़ चुके हैं।”
उन्होंने कहा कि रूसी डोपिंग रोधी एजेंसी ने जानबूझ कर किर्दियापकिन के डोपिंग निलंबन की संरचना की, ताकि वह अपने स्वर्ण पदक को रख सके और अगर अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक महासंघ (आईएएएफ) नहीं होता, तो टैलेंट को यह पदक कभी नहीं मिलता।
कोट्स ने कहा, “अगर आईएएएफ किर्दियापकिन तथा पांच अन्य रूसी एथलीटों के खिलाफ सफल रूप से अपील नहीं करता, तो हम आज यहां नहीं होते।”
आईएएएफ आगामी ओलम्पिक खेलों में रूस के ट्रैक एंड फील्ड एथलीटों को भेजने पर फैसला देने के लिए तैयार है और इस दौरान कोट्स ने अपना बयान दिया।
विशव डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) द्वारा गुरुवार जारी एक रिपोर्ट में रूसी अधिकारियों पर उनके एथलीटों को डोप टेस्ट से बचाने के लिए वाडा के अधिकारियों को घूस और धमकी देने के आरोप लगाए गए हैं।