श्रीनगर, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। कश्मीर घाटी में रात से लगातार हो रही बारिश ने हजारों लोगों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि झेलम और घाटी की अन्य सभी मुख्य नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर नहीं बढ़ा है।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को श्रीनगर में आईएएनएस को बताया, “आज सुबह झेलम नदी का जलस्तर संगम (अनंतनाग) पर 12 फुट था। यह राम मुंसीबाग (श्रीनगर) पर 15.15 फुट और अशाम (बांदीपोरा) में 11 फुट रहा। इन सभी स्थानों पर नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है।”
इसके बावजूद निचले स्थानों और नदियों के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले हजारों लोगों में पूरी रात चिता बनी रही।
श्रीनगर में अबीगुजार क्षेत्र के स्थानीय निवासी मेहराजुद्दीन ने कहा, “मैं पूरी रात नदी में बह रहे गंदे पानी को उत्सुकता से देख कर जागता रहा।”
कोठीबाग क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों जैसे अबीगुजार, रेजिडेंसी रोड, मैसूमा और क्रालखुड में पुलिस सर्चलाइट के साथ दरारों पर नजर बनाए रखने के लिए पूरी रात गश्त करती रही।
इसी तरह, अनंतनाग, श्रीनगर, बारामूला और बांदीपोरा में झेलम नदी के आसपास स्थित सभी अन्य क्षेत्रों में भी स्थानीय बाढ़ नियंत्रण विभाग के जिला अधिकारियों और राज्य पुलिस ने रात बर चौकसी की।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों ने नदी के किनारों के साथ संवेदनशील स्थानों पर भी चौकसी की और रात में आई छोटी-छोटी दरारों को भरने का भी काम किया।
जम्मू एवं कश्मीर में पिछले 24 घंटों में एहतियाती कदम के तौर पर विभिन्न बाढ़ संभावित क्षेत्रों के 2500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।
स्थानीय मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने आईएएनएस को बताया कि राज्य में अगले 24 घंटो में खराब मौसम बना रह सकता है। कई स्थानों पर सामान्य से भारी बारिश होने की संभावनाएं हैं।
लोटस ने गुरुवार को कहा, “मौजूदा स्थिति के लिए जिम्मेदार पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने की वजह से कल से हम मौसम के मिजाज में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं।”
जम्मू क्षेत्र के रंबन जिले में भूस्खलन की वजह से एकतरफा हल्के वाहन यातायात के लिए खोले गए जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग को कल दोबारा बंद कर दिया गया।
अधिकारियों ने श्रीनगर में आईएएनएसको बताया कि राजमार्ग पर सुरक्षित ठिकानों पर विभिन्न स्थानों पर पांच हजार से अधिक यात्री वाहन फंसे हुए हैं।
यातायात विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा, “मगरकूट और अन्य कुछ स्थानों पर ताजा भूस्खलन हुए हैं। इन भूस्खलनों से जमा हुए मलबे को हटाया जा रहा है ताकि वहां फंसे वाहनों के जाने के लिए रास्ता साफ हो सके। आज से (गुरुवार) श्रीनगर और जम्मू से किसी भी वाहन को राजमार्ग पर आने-जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।