भोपाल– माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कारनामें अभी अजब-गजब हैं और हमेशा ख़बरों में बने रहते हैं.ज्यादातर जुगाड़ से बने शिक्षकों ने कार्यक्रम के प्रशिक्षण सत्र के दौरान जिसे अनिल माधव द्वे ने लिया वो कारनामा कर दिखाया जो विश्व हिंदी सम्मलेन की गरिमा अनुरूप नहीं था.
स्वयंसेवकों की सूची मांगने पर जो सूची प्रस्तुत की गयी वह अंग्रेजी में थी.अनिल माधव द्वे इस बात से रुष्ट नजर आये.हिंदी विश्वविद्यालय का प्रदर्शन इस प्रशिक्षण सत्र में सबसे बेहतर रहा उसके कुलपति छीपा जी पूरे समय मौजूद रहे वहीँ माखनलाल के कुठियाला जी का कहीं पता नहीं रहा.
अग्निबाण अखबार को कुठियाला ने भिजवाया नोटिस यह खबर अग्निबाण अखबार में छपने पर कुलपति कुठियाला जी ने अपने विधि अधिकारी के माध्यम से अखबार को नोटिस भिजवाया है जिसमें गलत तथ्य प्रस्तुत करने पर कानूनी कार्यवाही की धमकी दी है. जब हमने इस घटना की पतासाजी की तो यह सत्य निकल कर सामने आया.