शंघाई, 16 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपनी दोस्ती को ‘प्लस वन’ यानी अभिन्न करार दिया है।
शंघाई एक्सपो सेंटर में भारतीय समुदाय के पांच हजार लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि चीनी यात्री ह्वेनसांग ने पश्चिमी भारत खासकर गुजरात के वडनगर में लिखा था कि भगवान बुद्ध के उपदेशों का बेहद प्रभाव है।
मोदी ने कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उन्होंने बौद्ध अवशेषों की खोज के लिए अपनी सरकार को खुदाई करने के लिए कहा था और उनके गृहनगर में इस खुदाई में ह्वेनसांग से संबंधित कई अवशेष मिले।
प्रधानमंत्री ने कहा, “जब मैंने लोकसभा चुनाव जीता, तो शी ने मुझसे मेरे गांव में मिले अवशेषों के बारे में बात की थी। वह भारत में अहमदाबाद आए, लेकिन दुर्भाग्यवश वडनगर नहीं आ सके।”
राष्ट्रपति शी ने मुझसे कहा कि आपके गांव से लौटने के बाद ह्वेनसांग मेरे गांव में बस गए थे।
मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति शी मुझे मंदिर में ले गए और चीनी लिपि में ह्वेनसांग द्वारा लिखे गए मेरे शहर के बारे में विवरणों को दिखाया।”
उन्होंने कहा, “ऐसी दोस्ती को केवल ‘प्लस वन’ ही करार दिया जा सकता है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के पहले पड़ाव के तहत गुरुवार को शांक्शी प्रांत की राजधानी तथा शी जिनपिंग के गृह नगर शियान का दौरा किया।