इस्लामाबाद, 26 मार्च (आईएएनएस)। सऊदी अरब ने पाकिस्तान से यमन में नागरिक सेना शिया हौती के खिलाफ खाड़ी देशों के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान से जुड़ने का आग्रह किया है। पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह सऊदी अरब के आग्रह की समीक्षा कर रहा है।
डॉन ऑनलाइन की रपट के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने इस बात की पुष्टि की है कि सऊदी के शीर्ष अधिकारियों ने पाकिस्तान के अधिकारियों ने संपर्क किया था और यमन में अभियान से जुड़ने का आग्रह किया था।
सरताज अजीज ने कहा कि इस बाबत अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
इससे पहले दिन में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता तस्नीम असलम ने इस्लामाबाद में साप्ताहिक मीडिया सम्मेलन में कह कि सऊदी अरब ने पाकिस्तान से आपात स्थिति के आधार पर संपर्क किया है और यमन में शिया हौती विद्रोहियों के खिलाफ जारी अभियान से जुड़ने का आग्रह किया है।
उन्होंने सऊदी अरब द्वारा पकिस्तान से किए गए आग्रह की विस्तृत जानकारी तो नहीं दी लेकिन कहा कि इस मामले की समीक्षा की जा रही है।
असलम ने कहा कि यमन में पाकिस्तान के दूतावास को चेतावनी जारी की गई है, साथ ही कहा गया है कि वह वहां पर मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में रहे।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के लोगों को बचाव के लिए देश से बाहर आने की संभावना के लिए तैयार रहने को कहा गया है।”
असलम ने कहा कि हालांकि अभी तक इस्लामाबाद ने सना में अपने दूतावास को बंद करने का कोई फैसला नहीं लिया है।
सऊदी अरब और खाड़ी क्षेत्र की सहयोगियों ने गुरुवार को यमन में शिया हौती समूह के लड़ाकों को घेरने के लिए यमन के दक्षिणी शहर अदन में हवाई हमलों सहित सैन्य अभियान शुरू कर दिया है।
खाड़ी देशों के प्रसारणकर्ता अल-अरबिया टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यमन में विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी अरब ने 100 लड़ाकू विमानव और 150,000 सैनिक तैनात किए हैं। इसके अलावा उसके सहयोगी देश मिस्र, जॉर्डन, सूडान और पाकिस्तान यमन में मोर्चा संभालने के लिए तैयार हैं।