नई दिल्ली, 15 सितम्बर (आईएएनएस)। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने रुपये की गिरावट थामने और चालू खाता घाटा (सीएडी) बढ़ने से रोकने के लिए जो पांच कदम उठाए हैं, बेमन से और बहुत देरी से उठाए हैं।
पूर्व वित्तमंत्री ने ट्विटर पर कहा, “कल घोषित किए गए सरकार के पांच कदम बेमन से और बहुत देरी से उठाए गए हैं। क्योंकि सरकार इसे नकार रही थी।”
उन्होंने कहा, “इसका सबूत कई महीनों से सीएडी की खस्ता हालत होना है, और अभी तक सरकार ने कुछ नहीं किया है। सीएडी का घाटा बढ़ रहा है, एफपीआई देश से बाहर जा रहा है, रुपया कमजोर हो रहा है और विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घट रहा है। ये जगाने वाले संकेत थे, जिनकी अनदेखी की गई।”
रुपये को और अधिक गिरने तथा सीएडी को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार ने शुक्रवार को पांच कदम उठाने की घोषणा की, जिसमें गैर जरूरी आयात रोकने और निर्यात बढ़ाने की घोषणा की गई।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विस्तृत चर्चा के बाद कहा कि सरकार राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा भारतीय अर्थव्यस्था पर बाहरी कारकों के प्रभाव की निगरानी की जा रही है।