कोलकाता, 28 अगस्त (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल पुलिस के अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) की एक टीम ने रविवार को मुर्शिदाबाद स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा किया, जहां आग लगने के कारण दो महिलाओं की जान चली गई थी और सात मरीज जख्मी हो गए थे।
उप महानिरीक्षक बी.एल. मीणा के नेतृत्व में सीआईडी की टीम बहरामपुर स्थित मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, खासतौर पर पुरुष वॉर्ड के वीआईपी केबिन में गई, जहां शनिवार सुबह आग लगी थी।
आग लगने के कुछ घंटे बाद सरकार ने सीआईडी को किसी साजिश की संभावना का पता लगाने का आदेश दिया।
मीणा ने कहा, “हमें देखना है कि यह कैसे हुआ और क्या वहां कोई साजिश की गई थी। हम स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण करने आए हैं।”
उन्होंने कहा कि एक फोरेंसिक टीम अस्पताल का दौरा करेगी।
उन्होंने कहा, “उसके बाद हम जांच की समीक्षा करेंगे।”
इसी बीच, शनिवार रात अस्पताल पहुंचीं पश्चिम बंगाल मेडिकल सर्विसिज कॉर्प की अध्यक्ष चंद्रिमा भट्टाचार्य ने घटना को राज्य सरकार ‘को बदनाम करने की साजिश बताया।’
भट्टाचार्य ने कहा, “(मुख्यमंत्री) ममता बनर्जी काफी अच्छा काम कर रही हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया जा रहा है। इसलिए उन्हें बदनाम करने के लिए साजिश रची गई। यह आग इसी का परिणाम है।”
उन्होंने कहा कि यह झूठ है कि अस्पताल के पास आग से लड़ने का तंत्र नहीं है।
उन्होंने कहा, “ऐसा लग रहा है कि किसी ने इसे निष्क्रिय करने की साजिश की थी। यह हमारा प्रारंभिक आकलन है। अब सीआईडी इसकी जांच करेगी।”
सरकार ने पीड़ितों के परिवारों के लिए दो लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है।