नई दिल्ली, 23 नवंबर (आईएएनएस)। कॉर्डियोवैस्कुलर मेडिकल स्टेंट्स बनाने वाली भारतीय कंपनी एसएमटी (सहजानंद मेडिकल टेक्नोलॉजीज प्रा. लि.) ने अपनी सुपरफ्लेक्स स्टेंट्स उत्पाद श्रृंखला के लिए टैलेंट रैंडमाइज्ड क्लिनिकल ट्रायल (आरसीटी) शुरू कर दिया है। इस अध्ययन का संचालन सात देशों -यूनाइटेड किंगडम, नीदरलैंड्स, पोलैंड, स्पेन, इटली, हंगरी और बुल्गारिया में 26 केन्द्रों में किया जाएगा। इसके लिए 1430 मरीजों के नमूने लिए जाएंगे।
कंपनी की ओर से यहां जारी बयान के अनुसार, एसएमटी नवीनतम आरसीटी ट्रायल के साथ वैश्विक कंपनियों के साथ मुकाबला करने के लिए तैयार है। रैंडमाइज्ड क्लिनिकल ट्रायल (आरसीटी) को चिकित्सा परीक्षण की दुनिया में उत्पाद की गुणवत्ता के बारे में सबसे बड़ा प्रमाण उपलब्ध कराने का साधन माना जाता है।
एसएमटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गणेश सबत ने कहा, “यूरोप में रैंडमाइज्ड क्लिनिकल ट्रायल शुरू करने वाली पहली भारतीय कंपनी होने पर हमें गर्व है। हम बेहद रोमांचित हैं और पिछले 15 वर्षों के हमारे अनुभव के आधार पर हमें पूरा भरोसा है कि हमारे उत्पाद बाजार में उपलब्ध तकनीकों की सुरक्षा एवं दक्षता से मेल खाएंगे। हमें विश्वास है कि हम अपने उत्पादों की उच्च गुणवत्ता को संदेह से परे साबित कर सकते हैं। यह अध्ययन एसटीएम को यूरोप में इंटरवेंशनल कॉर्डियोलॉजी बाजार में आक्रामक रूप से एक बड़ी बाजार हिस्सेदारी प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा।”
एसएमटी के उपाध्यक्ष भार्गव कोटाडिया ने कहा, “इस अध्ययन में हमारे उत्पाद सुपराफ्लेक्स स्टेंट की तुलना एमएनसी द्वारा वैश्विक रूप से स्वीकृत उत्पादों से की जाएगी। यह परीक्षण एक मिसाल कायम करेगा और भारतीय स्टेंट के बारे में लोगों की धारणाओं को बदल देगा। इससे भारतीय स्टेंट निर्माताओं को उद्योग में समान अहमियत और सम्मान प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी।”