संयुक्त राष्ट्र, 17 सितम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने बुधवार को कहा कि वह सुरक्षा परिषद के विस्तार के पक्ष में हैं। यह तेजी से बदलती दुनिया के अनुकूल होगा और संयुक्त राष्ट्र महासभा इस मामले में सही दिशा में जा रही है।
संयुक्त राष्ट्र, 17 सितम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने बुधवार को कहा कि वह सुरक्षा परिषद के विस्तार के पक्ष में हैं। यह तेजी से बदलती दुनिया के अनुकूल होगा और संयुक्त राष्ट्र महासभा इस मामले में सही दिशा में जा रही है।
बान ने यहां संवाददाताओं से कहा, “मैं हमेशा से सुरक्षा परिषद को अधिक प्रतिनिधिक, लोकतांत्रिक और पारदर्शी बनाने के लिए इसके विस्तार के पक्ष में रहा हूं। दुनिया बदल गई है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में हुए व्यापक और नाटकीय बदलावों के मद्देनजर यह जरूरी है कि सुरक्षा परिषद को भी इन बदलावों के अनुरूप खुद को ढालना चाहिए।”
बान ने हाल ही में महासभा द्वारा सुरक्षा परिषद में सुधार संबंधी वार्ता मसौदे पर सहमति जताने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह प्रक्रिया हालांकि बहुत धीमी है और काफी लंबा समय ले रही है, फिर भी सही दिशा में जा रही है।”
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष सैम काहंबा कुतेसा सोमवार को अपने कार्यकाल के अंतिम दिन इस वार्ता मसौदे पर बने गतिरोध को तोड़ने में सफल रहे थे और इसे मंजूर होते देखा था। अब सुरक्षा परिषद में सुधार पर वार्ताओं का दरवाजा खुल गया है।
कुतेसा की जगह महासभा के अध्यक्ष बने मोगेन्स लाइक्केतोफ ने कहा है कि वह सुरक्षा परिषद में सुधार की इस कोशिश को जारी रखेंगे।
बान ने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों पर भारत के रुख जैसी ही बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में संघर्ष रोकने और मध्यस्थता के लिए उस इलाके के संगठनों की भागीदारी बढ़ाई जानी चाहिए। भारत इसी बात को लगातार उठाता रहा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा मिशनों में सबसे अधिक भारतीय सैनिक लगे हुए हैं। 15 जगहों पर संयुक्त राष्ट्र शांति सेना काम कर रही है। इनमें 11 में भारत की भी भागीदारी है।