हांगकांग, 6 मई (आईएएनएस)। जून 2014 में बीजिंग के संपर्क कार्यालय के बाहर प्रदर्शन के मामले में शुक्रवार को यहां अदालत में लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता जोशुआ वोंग की पेशी हुई।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, छात्र नेता जोशुआ वोंग लीग ऑफ सोशल डेमोक्रेट्स के उन चार सदस्यों में शामिल हैं, जिन पर आरोप है कि उन्होंने प्रदर्शन के दौरान पुलिस के काम में बाधा डाली थी। इस प्रदर्शन के दौरान चीन के एक श्वेत पत्र की प्रतियां फूंकी गई थीं।
समाचार सेवा ब्लूमबर्ग के मुताबिक, श्वेत पत्र में इस बात का जिक्र था कि चीन के मातहत हांगकांग को किस हद तक स्वायत्तता दी जाएगी और महानगर पर केंद्र सरकार का ‘पूर्ण प्राधिकार’ होगा। इसके खिलाफ 2014 में प्रदर्शन सितंबर से दिसंबर तक खिंचा था। शहर के मुख्य चौराहों पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया था। प्रदर्शन से 28.3 करोड़ डॉलर का व्यापारिक नुकसान हुआ था।
दैनिक साउथ चाइना मार्निग पोस्ट के मुताबिक, इन प्रदर्शनों में प्रमुख रूप से भाग लेने वाले वोंग ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया।
प्रतिवादियों का का कहना था कि प्रदर्शन के एक साल बाद आरोप लगाना बताता है कि यह एक तरह का राजनैतिक मुकदमा है।
हांगकांग 1997 में ब्रिटेन से चीन को वापस मिल गया था और तय हुआ था कि चीन, हांगकांग के मामले में ‘एक देश, दो व्यवस्था’ के हिसाब से काम करेगा।
लेकिन, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा हांगकांग की राजनैतिक स्वायत्तता में कथित हस्तक्षेप आज भी दोनों इलाकों के संबंधों में तनाव की वजह बना हुआ है।