पर्थ, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय जूनियर हॉकी पुरुष टीम को रविवार को आस्ट्रेलियन हॉकी लीग (एएचएल) में कांस्य पदक के लिए खेले गए मुकाबले में एनएसडब्ल्यू वार्थास से हार का सामना करना पड़ा।
वार्थास ने भारतीय टीम को इस मैच में 5-1 से मात दी थी। भारत के लिए एकमात्र गोल गुरजंत सिंह ने 25वें मिनट में किया।
मुकाबले की शुरुआत में ही वार्थास को भारतीय टीम पर हावी होते देखा जा रहा था, जब छठे मिनट में लाचलान शार्प के गोल की बदौलत टीम ने भारत पर 1-0 से बढ़त बनाई।
भारत ने हालांकि, मुकाबले में अपनी गति को हासिल कर लिया था और गेंद को अपने पास रखने की हर पूरी कोशिश की लेकिन वार्थास की रक्षात्मक पंक्ति काफी मजबूत रही और उसने भारतीय टीम पर अपनी बढ़त बनाए रखी।
मुकाबले के दूसरे चरण में वार्थास की ओर से 16वें मिनट में दूसरा गोल किया गया। टीम के लिए यह गोल टॉम क्रेग ने किया। इसके बाद 23वें मिनट में लेंडन मोर्ले ने तीसरा गोल दागकर टीम को 3-0 से बढ़त दिलाई। हालांकि, गुरजंत ने 25वें मिनट में भारत के लिए पहला गोल दागा।
इसके बाद तीसरे चरण में भी वार्थास ने भारतीय टीम पर अपना दबाव बनाए रखा और लेंडन के गोल की बदौलत 4-1 से बढ़त बनाई।
भारतीय टीम को एक भी गोल का करने का मौका न देते हुए वार्थास ने क्रेग की बदौलत मुकाबले के अंतिम और चौथे चरण के अंतिम पल में गोल दागते हुए 1-5 से जीत हासिल की।
मुकाबले के बाद भारतीय टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने कहा, “हमने एएचएल को जूनियर विश्व कप की तैयारी के तरीके से समझा है, जो इस साल के अंत में होगा। महत्वपूर्ण समय में हमने कई छोटी गलतियां की, लेकिन हमें इससे सबक सीखते हुए अपने खेल में सुधार करना है।”