आगरा, 30 अगस्त (आईएएनएस)। स्वतंत्रता सेनानी व नशारोधी अभियान चलाने वाले 98 वर्षीय चिम्मन लाल जैन ने यहां चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राज्य में शराब पर पाबंदी नहीं लगाई गई, तो दो अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन वह ‘जल समाधि’ लेकर अपना जीवन खत्म कर लेंगे।
चिम्मन लाल जैन ने सोमवार को घोषणा की कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू करने में सरकार की विफलता के विरोधस्वरूप दो अन्य कार्यकर्ताओं के साथ यमुना नदी में कूद कर जान दे देंगे। अन्य कार्यकर्ताओं में गरीब सेना के बाल योगी तथा महेंद्र कुमार पराशर भी मेरे साथ यमुना में कूदकर जान देंगे।
बीते 18 महीने से जैन उत्तर प्रदेश में शराबबंदी के लिए आंदोलन चला रहे हैं। वह दलित कस्बों में नियमित तौर पर बैठकें व प्रदर्शन करते रहे हैं।
जैन ने तीन बार जान देने का प्रयास किया, लेकिन हर बार पुलिस ने बचा लिया। इस बार भी संभावना है कि पुलिस उन्हें ऐसा करने से रोक लेगी।
जैन ने कहा कि शराब से सर्वाधिक प्रभावित कम कमाने वाले लोग हैं। उनका परिवार खत्म हो चुका है और बच्चे इसका नतीजा भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानें सप्ताह के सातों दिन चौबीसों घंटे खुली रहती हैं और पुलिस कुछ नहीं करती।