नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘दलाली’ वाली टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा कांग्रेस के बीच शुक्रवार को जमकर वार-पलटवार का दौर चला।
राहुल गांधी की प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ ‘दलाली’ वाली टिप्पणी के अगले दिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने संवाददाता सम्मेलन किया और पलटवार करते हुए कहा कि राहुल ने इस टिप्पणी के साथ सारी हदें लांघ दीं।
वहीं, कांग्रेस ने सत्तारूढ़ पार्टी पर सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया, जिसके बाद भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करने के लिए दूसरा संवाददाता सम्मेलन बुलाया।
अमित शाह ने राहुल की दलाली वाली टिप्पणी पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शुक्रवार सुबह स्पष्टीकरण मांगा।
भाजपा अध्यक्ष ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जवानों के खून की ‘दलाली’ शब्द का इस्तेमाल कर राहुल गांधी ने सभी हदें लांघ दीं। उनकी टिप्पणी कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाती है।”
शाह ने कहा, “मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या उन्हें लगता है कि हमारे जवानों का खून ऐसी चीज है, जिसकी ‘दलाली’ की जा सकती है। यह न केवल हमारे बहादुर जवानों व शहीदों का, बल्कि पूरे देश का अपमान है।”
उन्होंने राहुल गांधी को इस तरह के संवेदनशील मुद्दे पर बयान देने के बजाय ‘आलू की फैक्ट्री’ से जुड़े मुद्दों पर ध्यान देने को कहा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी (आप) के नेता केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “सर्जिकल स्ट्राइक पर सबसे पहले केजरीवाल ने सवाल उठाए। उन्होंने इसके सबूत मांगे।”
इसके तुरंत बाद कांग्रेस ने एक संवाददाता सम्मेलन बुलाया, जिसमें पार्टी के नेता कपिल सिब्बल ने भाजपा पर जैश-ए-मोहम्मद को पैदा करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष पर हमले के लिए उन्होंने शाह को आड़े हाथ लिया।
सिब्बल ने कहा, “जेल काट चुके और हत्या के मुकदमे झेल चुके लोग दूसरों पर उंगलियां उठा रहे हैं।”
भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा, “आज ये हमले इसलिए हो रहे हैं, क्योंकि भाजपा ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी मौलाना मसूद अजहर को छोड़ दिया था।”
सिब्बल ने कहा, “अगर भाजपा मसूद अजहर को नहीं छोड़ती, तो जैश-ए-मोहम्मद कभी पैदा नहीं होता।”
इसके तुरंत बाद इसका जवाब देने के लिए भाजपा के रविशंकर प्रसाद ने एक संवाददाता सम्मेलन बुलाया।
प्रसाद ने कहा, “उनके (कांग्रेस) लिए देश की रक्षा करने से ज्यादा महत्वपूर्ण है राहुल गांधी की रक्षा करना।”
मंत्री ने कहा, “कल (गुरुवार) का दिन बेहद शर्मनाक (कांग्रेस के लिए ) था। मुझे पता है कि कांग्रेस के कुछ नेता अपना संतुलन खो चुके हैं, यह उनकी टिप्पणियों से पता चलता है।”
उन्होंने कांग्रेस की उस टिप्पणी के लिए आलोचना की, जिसमें उसने कहा था कि जैश-ए-मोहम्मद को पैदा करने के लिए भाजपा जिम्मेदार थी।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, “जैश-ए-मोहम्मद के गठन के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराकर कांग्रेस क्या साबित करना चाहती है? इस टिप्पणी को सुनकर आज सबसे ज्यादा खुश आईएसआई हो रहा होगा।”
इसी बीच आम आदती पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के सर्जिकल कार्रवाई को लेकर किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमले की निंदा करते हुए एक ट्वीट में कहा, “तो अब अमित शाह देशभक्ति का प्रमाण पत्र जारी करेंगे?”
सिसोदिया ने कहा कि अमित शाह इतने भी योग्य नहीं हैं कि केजरीवाल का नाम लें। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष शाह राजनीतिक ईमानदारी के नाम पर ‘काला धब्बा’ हैं।
सिसोदिया ने कहा, “सेना हमारी है। यह लोगों के बीच से आती है। सैनिक हम लोगों के बीच से आते हैं। अमित शाह को किसने सेना का प्रवक्ता बना दिया?”
भारतीय कमांडों ने 28-29 सितंबर की रात नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के लांच पैड को नष्ट किया था। इसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए थे, हालांकि पाकिस्तान ने इससे इनकार किया।
कुछ राजनेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा था, ताकि पाकिस्तान का मुंह बंद किया जा सके। जबकि केंद्र सरकार ने अभी तक सबूतों को साझा करने या सार्वजनिक करने के मामले में कुछ नहीं कहा है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री गंगाराम अहीर के मुताबिक, सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़ा वीडियो सेना ने प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंप दिया है।