नई दिल्ली, 27 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के लोकप्रिय कॉलेजों में से एक मिरांडा हाउस में पत्राचार पाठ्यक्रम की छात्राओं द्वारा सेल्फी लिए जाने और बाल संवारे जाने पर प्रतिबंध को लकर कॉलेज को दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने नोटिस भेजा है।
कॉलेज में नियमित रूप से आने वाली छात्राओं पर इस तरह की गतिविधियों के लिए कोई रोक नहीं है। मगर पत्राचार पाठ्यक्रम वाली छात्राओं पर सेल्फी लेने, कॉलेज परिसर में मॉडलिंग करने, बाल संवारने पर रोक है।
मिरांडा हाउस में रविवार को ‘स्कूल ऑफ ओपन लर्निग’ की छात्राएं कक्षा के लिए आती हैं। इसके लिए मिरांडा हाउस के कॉलेज प्रशासन ने उनके लिए कुछ नियम बनाए हैं। इन नियमों को पत्राचार पाठ्यक्रम की छात्राओं ने पक्षपातपूर्ण करार दिया है। इस कारण डीसीडब्ल्यू ने 24 जनवरी को इस मामले में हस्तक्षेप किया।
डीसीडब्ल्यू की प्रमुख स्वाति मालिवाल ने शुक्रवार को मिरांडा हाउस द्वारा पत्राचार पाठ्यक्रम की छात्राओं के साथ पक्षपात करने के लिए कॉलेज के प्रधानाचार्य को एक नोटिस भेजा।
स्वाति ने इस मामले में एक सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है।
डीसीडब्ल्यू की प्रमुख ने कहा, “आयोग को छात्रों के क्रांतिकारी युवा संगठन द्वारा मिरांडा हाउस प्रशासन की ओर से किए जा रहे भेदभाव के संदर्भ में एक विरोध पत्र मिला है।”
स्वाति ने कहा कि प्रधानाचार्य को इस मामले पर सात दिनों के भीतर एक रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। अगर ऐसा नहीं होता, तो कॉलेज के खिलाफ उचित कदम उठाया जाएगा।
अपनी शिकायत में छात्राओं ने डीसीडब्ल्यू को बताया कि कॉलेज ने इससे पहले एक नोटस दिया था, जिसमें ‘स्कूल ऑफ ओपन लर्निग’ की छात्राओं को सेल्फी लेने, परिसर में मॉडलिंग करने और बाल बनाने पर चेतावनी दी गई थी।
कॉलेज की ओर से जारी इस नोटिस में इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल ‘स्कूल ऑफ ओपन लर्निग’ की छात्राओं को कॉलेज से बाहर निकाले जाने की चेतावनी दी गई।