तिरुवनंतपुरम, 11 जून (आईएएनएस)। सत्तारूढ़ वाम गठबंधन के दो और कांग्रेस नीत विपक्ष के एक उम्मीदवार ने सोमवार को एक जुलाई से रिक्त हो रही राज्यसभा की तीन सीटों के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर दिया।
सेवानिवृत्त होने वाले सदस्यों में पूर्व राज्यसभा उपाध्यक्ष पी.जे. कुरियन, केरल कांग्रेस (मणि) के जॉय अब्राहम और माकपा के सी.पी. नारायणन शामिल हैं।
तीनों सेवानिवृत्त सदस्यों में से किसी ने भी दोबारा नामांकन नहीं किया है। इनके बदले माकपा के दिग्गज नेता व राज्य के पूर्व मंत्री एलामारम करीम और 2006-11 में सरकार में उनके साथी रहे माकपा के वरिष्ठ नेता बिनॉय विस्वाम ने केरल विधानसभा सचिव के समक्ष अपने नामांकन दाखिल किए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री पिनरई विजयन, उनके कैबिनेट सहयोगी और माकपा राज्य सचिव कनम राजेंद्रन उपस्थित रहे।
वयोवृद्ध विधायक के.एम. मणि के बेटे कोट्टायम से लोकसभा सदस्य जोस के. मणि ने पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी, विपक्ष के नेता रमेश चेनिथला और अन्य यूडीएफ नेताओं के साथ अपराह्न् में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
आश्चर्य की बात यह रही कि के.एम. मणि अपने बेटे के नामांकन के दौरान अनुपस्थित थे।
मैदान में कोई अन्य उम्मीदवार नहीं होने के कारण मतदान नहीं होगा और 14 जून को तीनों उम्मीदवार निर्वाचित घोषित कर दिए जाएंगे।
कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ पर हमला करते हुए राज्य माकपा सचिव कोडियेरी बालाकृष्णन ने कहा कि अगर कांग्रेस में हिम्मत होती, तो कोट्टायम लोकसभा सीट पर उपचुनाव की नौबत नहीं आती।
उन्होंने कहा, “कोट्टायम के मतदाताओं ने जोस के. मणि को पांच सालों के लिए चुना था, और 11 महीने बाकी रह गए हैं, लेकिन वह फाग गए। इस प्रक्रिया में कोट्टायम क्षेत्र में उनके सांसद निधि के जरिए होने वाले सात करोड़ रुपये के विकास कार्य बेकार हो गए।”