नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान का हिस्सा बनने और जरूरत की घड़ी में हमेशा मुस्तैद रहने को लेकर शनिवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) जवानों की सराहना की।
मोदी ने 14 दिवसीय ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ की शुरुआत करते हुए नमो एप के जरिए कहा, “मैं आईटीबीपी जवानों के प्रति सम्मान जाहिर करना चाहता हूं। चाहे सीमा पर आपकी जरूरत हो या आपदा की स्थिति..जरूरत की घड़ी में आप हमेशा मौजूद रहते हैं, इस मिशन का हिस्सा बनकर आपने देश को स्वच्छ बनाया है।”
यह 14 दिवसीय अभियान दो अक्टूबर तक चलेगा।
प्रधानमंत्री से संवाद करते हुए ईशा फाउंडेशन के सद्गुरु ने कहा, “आज स्वच्छता अभियान के प्रति लोगों का उत्साह देखा जा सकता है और इसे मैं अपनी यात्राओं के दौरान देखता हूं।”
उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रोत्साहन की आवश्यक्ता है। कई बेहतरीन चीजें हुई हैं। यह अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री इन चीजों केोबरे में बात कर रहे हैं।
सद्गुरु ने कहा, “स्वच्छ भारत किसी सरकार या प्रधानमंत्री का अभियान नहीं है। यह राष्ट्र का अभियान है।”
सद्गुरु ने इस बात का भी जिक्र किया कि कैसे दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक मोहनजोदड़ो की जल निकासी व्यवस्था को देख ब्रिटिश आश्चर्यचकित रह गए थे।
इससे पहले मोदी ने गुजरात के नागरिकों से संवाद करने के दौरान सहकारी सेक्टर के लोगों से भी स्वच्छता अभियान में सहयोग जारी रखने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने कहा, “गंदगी से गरीबों की सेहत को नुकसान पहुंचता है। इससे वे बीमार पड़ते हैं। गंदगी के कारण डायरिया जैसी बीमारी होती है। हर साल इससे लाखों लोग मरते हैं और हमें इस खुश होना चाहिए कि स्वच्छता अभियान के चलते डायरिया से होने वाली मौतों में बड़ी कमी आई है।”
मोदी ने मध्य प्रदेश के राजगढ़ के लोगों से भी बात की और गोबर-धन योजना के लिए उनकी सराहना की।