नई दिल्ली, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित आश्रय गृह दुष्कर्म मामले में जारी जांच में गुरुवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें प्रदेश के सामाजिक कल्याण विभाग की सहायक निदेशक भी शामिल हैं।
सीबीआई ने बताया कि सहायक निदेशक रोजी रानी के अलावा संतोष, गुड्ड और विजय को मुजफ्फरपुर और सोनपुर से गिरफ्तार किया गया है।
रानी के पास आश्रय गृहों के मुआयने की जिम्मेदारी थी। उन पर पॉक्सो एक्ट के तहत पूछताछ की जा रही है। एक अधिकारी ने बताया, “लड़कियों ने रानी से अपनी तकलीफ को साझा किया था लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।”
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए अन्य तीन लोग मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के स्टाफ हैं। एजेंसी ने ठाकुर के 20 बैंक खातों को बंद कर दिया है।
मुजफ्फरपुर की खौफनाक घटना तब प्रकाश में आई जब बिहार के सामाजिक कल्याण विभाग ने मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस द्वारा शेल्टर होम में करवाए गए सामाजिक अंकेक्षण के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करवाई। अंकेक्षण रिपोर्ट में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं का जिक्र किया गया था।