वाशिंगटन, 15 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुर्की की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने की धमकी देने के एक दिन बाद ही तुर्की के समकक्ष रेसेप तइप एर्दोगन से फोन पर सीरिया में मौजूदा सहयोग और अमेरिकी सैनिकों की वापसी के मुद्दे पर चर्चा की।
इससे पहले ट्रंप ने तुर्की को चेतावनी दी थी कि यदि अमेरिकी सैनिकों के सीरिया से निकलने के बाद नाटो सहयोगी देश कुर्दों पर हमला करता है तो तुर्की को इसका आर्थिक खामियाजा भुगतना होगा।
सीएनएन ने व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स के हवाले से कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने पूर्वोत्तर सीरिया में तुर्की की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करने की इच्छा जताई। इसके साथ ही इस पर भी जोर दिया गया कि तुर्की, कुर्दो और अन्य सीरियाई लोकतांत्रिक बलों के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं करे, जिनके साथ मिलकर हम आईएस से लड़े हैं।
सैंडर्स ने कहा कि अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जोसेफ डनफोर्ड सीरिया मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को तुर्की के अपने समकक्ष से भी मुलाकात करेंगे।
डनफोर्ड के प्रवक्ता कर्नल पैट्रिक राइडर ने सीएनएन को बताया, “जनरल डनफोर्ड नाटो की सैन्य समिति से इतर इस सप्ताह तुर्की समकक्ष से मिल सकते हैं। यह मुलाकात बेल्जियम के ब्रसेल्स में नाटो के मुख्यालय में मंगलवार और बुधवार को होगी।”
ट्रंप ने सोमवार रात फोन कॉल की पुष्टि करते हुए ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।