
आईएमए ग्रुप के एकमात्र मालिक मोहम्मद मंसूर ख़ान हैं, जो अचानक ग़ायब हो गए और दो दिन पहले एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई जिसमें कथित रूप से उनकी आवाज़ है. इसमें उन्होंने आत्महत्या करने की धमकी दी है.मंसूर ख़ान ने शहर के पुलिस कमिश्नर को संबोधित अपने ऑडियो क्लिप में दावा किया है कि अधिकारियों और शिवाजीनगर एमएलए की ओर से उसे परेशान किया जा रहा है इसलिए वो आत्महत्या कर लेंगे.ख़ान ने उन पर लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 400 करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाया है, क्योंकि कथित तौर पर उन्हें कांग्रेस पार्टी से टिकट मिलना तय था.पुलिस को संदेह है कि मंसूर ख़ान खाड़ी या मध्यपूर्व देशों में फ़रार हो चुके हैं. लेकिन पुलिस को पूरी उम्मीद है कि वो उन्हें पकड़ लेगी.इस बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने ट्वीट कर इस पूरे मामले की जांच के लिए एक स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) गठित करने की बात कही है.पिछले कुछ महीनों से एक प्रतिशत ब्याज मिलना भी बंद होना और ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद हज़ारों निवेशक आईएमए गोल्ड के कार्यालय के सामने इकट्ठा हो गए.
रमज़ान के चार दिन बाद भी जब आईएमए कार्यालय नहीं खुला तो निवेशकों में बेचैनी छा गई.कंपनी एक दशक से कारोबार में है,ये चिटफ़ंड कंपनी बुनियादी ढांचा, गोल्ड, फ़िक्स डिपॉज़िट, रियल इस्टेट, फ़ार्मास्युटिकल्स आदि में अपने पैसे लगाती थी.पुलिस ने बताया कि कंपनी एक दशक से ज़्यादा समय से इस शहर में कारोबार कर रही है लेकिन उसके ख़िलाफ़ पहले एक भी शिकायत दर्ज नहीं थी.
इस्लामिक बैंक के आदर्शों पर चलने वाली इस बैंकिंग संस्था का कई मुस्लिम धर्मगुरुओं ने तारीफ़ की थी और इसे हलाल माना था धर्मगुरुओं के इन बयानों पर भरोसा कर मुस्लिम धर्मावलम्बिओं ने इस स्कीम में भारी निवेश किया।