दिल्ली-पहलगाम आतंकी हमले के बाद सीमा पर तनाव बढ़ गया है. इस बीच केंद्र सरकार ने सेना के लिए अगली पीढ़ी की बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली VSHORADS (NG) खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. दुश्मन के टैंक, विमान और हेलीकॉप्टर के लिए काल मानी जानी वाली ये हथियार प्रणाली दिन और रात दोनों समय किसी भी समय में किसी भी परिस्थिति में हवाई और जमीनी लक्ष्यों को भेदने में सक्षम होगी.
रक्षा मंत्रालय ने खरीद के लिए प्रस्ताव के लिए अनुरोध (आरएफपी) जारी किया है जिसे शनिवार को भारतीय सेना की वेबसाइट पर अपलोड किया गया. रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा है कि नई पीढ़ी की बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली के 48 लांचर, 48 नाइट-विज़न साइट, 85 मिसाइल खरीदे जाएंगे. ये हथियार भारतीय निर्माताओं से खरीदे जाएंगे.
मंत्रालय के दस्तावेजों के अनुसार, हवाई खतरे से निपटने के लिए सेना को बहुत कम दूरी की वायु रक्षा (VSHORADS) मैनपोर्टेबल मिसाइल प्रणाली की आवश्यकता है. इन्फ्रा-रेड होमिंग (IR) तकनीक पर आधारित ये VSHORADS फायर-एंड-फॉरगेट प्रकार की मिसाइल प्रणाली हैं. अत्याधुनिक तकनीक से लैस ये मिसाइलें एक सैनिक कंधे पर रखे जाने वाले लॉन्चर की मदद से दाग सकता है. एक बार दुश्मन के विमान, टैंक, हेलीकॉप्टर का लक्ष्य लॉक करने के बाद ये मिसाइल उसका पीछे करके उसे तबाह कर देती है.