संयुक्त राष्ट्र, 13 फरवरी (आईएएनएस)। अपनी खराब छवि सुधारने के प्रयास को आगे बढ़ाने और अपने मित्रों व रसूखदार दोस्तों के दिल जीतने का संकेत देते हुए पाकिस्तान एक उच्चस्तरीय राजदूत मलीहा लोधी को संयुक्त राष्ट्र भेज रहा है। लोधी ने संकेत दिया कि ‘उनका मुख्य जोर कश्मीर मुद्दे पर स्पष्ट रुखा तैयार करना होगा।’
संयुक्त राष्ट्र, 13 फरवरी (आईएएनएस)। अपनी खराब छवि सुधारने के प्रयास को आगे बढ़ाने और अपने मित्रों व रसूखदार दोस्तों के दिल जीतने का संकेत देते हुए पाकिस्तान एक उच्चस्तरीय राजदूत मलीहा लोधी को संयुक्त राष्ट्र भेज रहा है। लोधी ने संकेत दिया कि ‘उनका मुख्य जोर कश्मीर मुद्दे पर स्पष्ट रुखा तैयार करना होगा।’
संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि के रूप में नियुक्ति की घोषणा होने से पहले लोधी कश्मीर मुद्दे पर अपनी कट्टरता दोहरा चुकी हैं। उन्होंने भारत पर ‘अस्थिरता’ का आरोप लगाया और जोर दिया कि वार्ता के लिए या कश्मीर को द्विपक्षीय एजेंडे से बाहर निकालने पर पाकिस्तान सहमत नहीं है।
पाकिस्तानी अखबार डेली टाइम्स के मुताबिक, पिछले सप्ताह सीनेट की रक्षा समिति के अध्यक्ष सीनेटर मुशाहिद हुसैन सईद के साथ बैठक में उन्होंने कहा था कि ‘उनका एजेंडा बृहद है, लेकिन उनका मुख्य जोर कश्मीर मुद्दे पर स्पष्ट रूपरेखा तैयार करना होगा।’
उनके बारे में अनुमान है कि अगले सप्ताह इस्लामाबाद के प्रतिनिधि का प्रभार औपचारिक रूप से संभालेंगी।
अमेरिका पर हुए 9/11 हमले के बाद उपजी कठिन परिस्थितियों में वहां राजदूत के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान लोधी ने वाशिंगटन के कूटनीतिक और राजनीतिक दायरे में बेहतर प्रदर्शन किया। वह ब्रिटेन में उच्चायुक्त, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दूसरे स्थायी सदस्य और नि:शस्त्रीकरण पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव के सलाहकार बोर्ड में सेवा दे चुकी हैं।
अंतर्राष्ट्रीय अकादमिक और थिंक टैंक सर्किट पर रणनीतिक मामलों की लेखिका और मीडिया हस्ती लोधी पेशेवर राजनयिक के रूप में मसूद खान की जगह लेंगी।
किसी समय लोधी न्यूज इंटरनेशनल की संपादक थीं। इस अखबार ने कहा है कि उनकी नियुक्ति को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नया प्रोत्साहन देकर विदेश नीति को अग्रिम बनाने के प्रयास के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, “पिछले सप्ताह जब उन्होंने शरीफ से मुलाकात की थी तब शरीफ ने लोधी से कहा था कि पाकिस्तान के बारे में गलतफहमी को दूर करना ज्यादा महत्वपूर्ण है।”