नई दिल्ली, 19 फरवरी (आईएएनएस)। आम बजट से वेतनभोगियों की क्या उम्मीदें हैं, इस पर एसोचैम द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि एक आम वेतनभोगी चाहता है ्र कि आयकर छूट की सीमा तीन लाख रुपये तक हो।
वेतनभोगियों की अन्य प्रमुख उम्मीदों के मुताबिक आवास ऋण पर कटौती सीमा पांच लाख रुपये तक हो और मेडिकल रीइंबर्समेंट भत्ता बढ़ाया जाए।
एसोचैम का यह सर्वेक्षण यहां गुरुवार को जारी हुआ। इसके मुताबिक, “92 फीसदी वेतनभागियों ने कहा कि सरकार को आयकर छूट की सीमा वर्तमान 2.50 लाख रुपये से बढ़ाकर तीन लाख कर देना चाहिए, ताकि आम आदमी के हाथ में अधिक रकम बचे।”
सर्वेक्षण में जवाब देने वालों में 55 फीसदी लोग 25-29 साल के थे, 26 फीसदी 30-39 साल के थे, 16 फीसदी 40-49 साल के थे और दो फीसदी 50-59 साल के थे।
इसमें 18 कारोबारी क्षेत्रों के वेतनभोगियों को शामिल किया गया, जिसमें सर्वाधिक 17 फीसदी कर्मचारी सूचना प्रौद्योगिकी और इसके सहायक क्षेत्रों के थे।
सर्वेक्षण में महिलाओं के लिए आयकर छूट की सीमा बढ़ाकर चार लाख रुपये किए जाने की भी उम्मीद जताई गई।
सर्वेक्षण में मिली राय के मुताबिक सावधि जमा, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और पीपीएफ जैसी बचत योजनाओं पर कर छूट सीमा को भी बढ़ाकर 2.5 लाख किया जाना चाहिए।
सर्वेक्षण दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे, चंडीगढ़, देहरादून जैसे शहरों में किया गया। प्रत्येक शहर में करीब 500 वेतनभोगियों से पूछताछ की गई।
सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया, “अभी आवास ऋण पर ब्याज कटौती की सीमा सालाना 1.5 लाख रुपये है। इसे बढ़ाकर पांच लाख रुपये किया जाना चाहिए। यह राय 78 फीसदी वेतनभोगियों ने दी।”