नई दिल्ली, 28 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्त वर्ष 2015-16 का आम बजट शनिवार को लोकसभा में पेश किया और कहा कि उनकी सरकार द्वारा उठाए गए सुधारवादी कदमों के कारण देश की साख दोबारा मजबूत होने से आज अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में पहुंच गई है।
जेटली ने लोकसभा में अपने बजट भाषण के प्रारंभ में कहा, “मैं एक ऐसे आर्थिक परिवेश में यह आम बजट पेश कर रहा हूं, जो पिछले समय की तुलना में अधिक सकारात्मक हो है। विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं मुश्किलों का सामना कर रही हैं। भारत उच्च विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा, “वित्त वर्ष 2014-15 में वास्तविक जीडीपी विकास दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इससे भारत को विश्व की तेजी से बढ़ रही बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में मदद मिलेगी।”
वित्त मंत्री ने कहा, “हमें बर्बादी और निराशा विरासत में मिली है और हमने उचित कदमों के द्वारा इससे उबरने में एक लंबा रास्ता तय किया है। हमारा उद्देश्य जीवन की गुणवत्ता में सुधार और देश के आम आदमी तक सुविधाएं पहुंचाना है।”
उन्होंने यह भी कहा कि विकास दर अब दहाई अंक में संभव है। “हमारा उद्देश्य महंगाई को काबू में करना है। इस साल के अंत तक महंगाई दर सिर्फ पांच प्रतिशत रहेगी।”
वित्त मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की मंशा सब्सिडी बंद करना नहीं है, बल्कि उद्देश्यों को हासिल करने के लिए इन्हें बेहतर तरीके से लक्षित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को ऋण के रूप में लगभग 8.5 लाख करोड़ रुपये मुहैया कराए जाएंगे। इसके साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए 5,300 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ नए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के साथ सामाजिक क्षेत्र परियोजनाओं की एक श्रृंखला के लिए आवंटित धनराशि को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत आवंटन को उच्च प्राथमिकता दी जाएगी।