Deprecated: Function get_magic_quotes_gpc() is deprecated in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/load.php on line 926

Deprecated: Function get_magic_quotes_gpc() is deprecated in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/formatting.php on line 4826

Deprecated: Function get_magic_quotes_gpc() is deprecated in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/formatting.php on line 4826

Deprecated: Function get_magic_quotes_gpc() is deprecated in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/formatting.php on line 4826
 शान के साथ एकदिवसीय प्रारूप को क्लार्क ने कहा अलविदा | dharmpath.com

Thursday , 15 May 2025

Home » खेल » शान के साथ एकदिवसीय प्रारूप को क्लार्क ने कहा अलविदा

शान के साथ एकदिवसीय प्रारूप को क्लार्क ने कहा अलविदा

मेलबर्न, 29 मार्च (आईएएनएस)। आईसीसी विश्व कप-2015 के फाइनल में रविवार को एकदिवसीय प्रारूप का अपना आखिरी मैच खेलने उतरे आस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने 74 रनों की जिस शानदार पारी का प्रदर्शन किया और अपनी टीम को पांचवीं बार विश्व चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाई, यह उनके एक बेहतरीन खिलाड़ी के साथ-साथ शानदार नेतृत्व क्षमता को भी दर्शाता है।

क्लार्क ने शनिवार को ही यह घोषणा कर दी थी कि रविवार को मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर वह अपने अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय करियर का आखिरी मैच खेलेंगे।

क्लार्क ने 2004 में भारत के खिलाफ पदार्पण टेस्ट मैच में ही 23 साल की उम्र में शतक लगाकर क्रिकेट प्रशंसकों का ध्यान आकर्षित किया। ऐसा करने वाले वह 12वें आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बने। क्लार्क ने हालांकि अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय में कदम एक साल पहले ही रख दिया था।

उस टेस्ट श्रृंखला में आस्ट्रेलिया ने 35 साल बाद भारत को उसी की जमीन पर टेस्ट श्रंखला में मात दी थी, निश्चित रूप से क्लार्क की इसमें अहम भूमिका रही।

आस्ट्रेलियाई टीम के अंदर ‘पप’ के उपनाम से पुकारे जाने वाले क्लार्क ने इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ आस्ट्रेलियाई मैदान पर भी शतक जड़ा।

इसके बाद वह दौर भी आया जब 2005 एशेज श्रृंखला में खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। वह हालांकि ज्यादा समय तक टेस्ट टीम से बाहर नहीं रहे और 2006-07 में आस्ट्रेलिया में हुए ऐशेज के लिए वापस टीम में शामिल किए गए।

क्लार्क ने वर्ष-2007 में आस्ट्रेलिया को लगातार तीसरी बार विश्व चैम्पियन बनाने में भी अहम भूमिका निभाई लेकिन ज्यादातर मौकों पर वह टेस्ट मैचों में अपनी बल्लेबाजी के लिए जाने गए।

क्लार्क चार बार (2009, 2012, 2013, 2014) आस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाज चुने गए।

इस बीच 2010 में अपनी महिला मित्र से अनबन की खबरों से ऐसा लगा कि जल्द ही उनका करियर अधर में फंस जाएगा, इसके बावजूद वह वापसी करने और क्रिकेट पर अपना ध्यान केंद्रित करने में कामयाब रहे। उस समय व्यक्तिगत जिंदगी में वह किस हद तक परेशानियों से जूझ रहे थे, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उन्हें तब न्यूजीलैंड दौरा बीच में छोड़ कर स्वदेश लौटना पड़ा था।

बड़े शॉट लगाने में संकोची माने जाने वाले क्लार्क ने 2011 में टी-20 प्रारूप से संन्यास ले लिया।

विश्व कप-2011 के बाद रिकी पोंटिंग के संन्यास लेने के बाद क्लार्क विश्व की इस सर्वश्रेष्ट टीम के कप्तान नियुक्त किए गए और उन्होंने अपने नेतृत्व में इस टीम की गरिमा को और बढ़ाया।

पिछला साल क्लार्क के लिए जरूर निराशाजनक रहा और ज्यादातर समय वह चोट से जूझते नजर आए। मांसपेशियों में खिंचाव की लगातार समस्या ने एक समय उनके क्रिकेट भविष्य पर भी सवाल पैदा कर दिए थे।

बीते वर्ष अगस्त में जिम्बाब्वे में आयोजित त्रिकोणीय श्रृंखला से उन्हें चोट के कारण बाहर होना पड़ा। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में भी वह एक बार फिर चोटिल हुए।

भारत के खिलाफ एडिलेड में पहले टेस्ट के दौरान उन्होंने वापसी की और एक बार फिर चोट के कारण उन्हें मैदान से बाहर होना पड़ा।

सिडनी के इस बल्लेबाज ने हालांकि हार नहीं मानी और विश्व कप के लिए खुद को तैयार करने में जुट गया।

पाकिस्तान के इमरान खान के बाद क्लार्क ऐसे दूसरे कप्तान हैं जिन्होंने विश्व कप जीतने के साथ ही संन्यास ले लिया।

माइकल क्लार्क की उपलब्धि :

टेस्ट- 108 मैच, रन-8432

एकदिवसीय-244 मैच, रन-7907

टी-20- 34 मैच, रन-488

शान के साथ एकदिवसीय प्रारूप को क्लार्क ने कहा अलविदा Reviewed by on . मेलबर्न, 29 मार्च (आईएएनएस)। आईसीसी विश्व कप-2015 के फाइनल में रविवार को एकदिवसीय प्रारूप का अपना आखिरी मैच खेलने उतरे आस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने 74 मेलबर्न, 29 मार्च (आईएएनएस)। आईसीसी विश्व कप-2015 के फाइनल में रविवार को एकदिवसीय प्रारूप का अपना आखिरी मैच खेलने उतरे आस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने 74 Rating:
scroll to top