मुंबई, 23 जून (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने फर्जी डिग्री मामले में फंसे अपने मंत्री विनोद तावड़े का मंगलवार को बचाव किया।
फडणवीस ने पत्रकारों से कहा, “यह कोई मामला ही नहीं है..उनके इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कभी इस पर जोर ही नहीं दिया कि उन्होंने फलां-फलां विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है या उनके पास अमुक योग्यता है।”
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल हालांकि अभी तावड़े के इस्तीफे की अपनी मांग पर डटे हुए हैं।
विखे पाटिल ने कहा, “आखिर यह सब हो क्या रहा है? पहले केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, उसके बाद दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर और अब महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि तावड़े ने जिस संत ज्ञानेश्वर विद्यापीठ विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल की है, वह स्वायत्तशासी विश्वविद्यालय है और उसे यूजीसी, एआईसीटीई यहां तक कि महाराष्ट्र तकनीकी शिक्षा निदेशालय से भी मान्यता प्राप्त नहीं है।
पाटिल ने कहा, “कल को हर कोचिंग संस्थान ऐसी डिग्रियां देने लगेंगे..समय आ गया है कि कोई अन्य इस मामले में कार्रवाई करे उससे मंत्री महोदय खुद अपने खिलाफ मामला दर्ज करवाएं।”
मुंबई के कांग्रेस अध्यक्ष संजय नीरूपम ने मंगलवार को सीएसटी के नजदीक तावड़े के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
तावड़े को मंत्रिमंडल से हटाए जाने और उन्हें जेल भेजे जाने की मांग करते हुए संजय ने कहा कि बंबई उच्च न्यायालय द्वारा विश्वविद्यालय पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद तावड़े ने 2004 में इसका अपने चुनावी हलफनामें में उल्लेख किया, जो गुमराह करने वाला है।