यमन के पूर्वी तेल उत्पादक प्रांत मारिब में 107वीं वाहिनी शस्त्रागार में दुर्घटनावश हुए विस्फोट के कारण यूएई के सैनिकों की मौत हुई।
समाचार पत्र ‘गल्फ न्यूज’ में शुक्रवार को प्रकाशित रपट के अनुसार, विस्फोट में यमन के कई नागरिकों की भी मौत हो गई।
शुक्रवार को ही यूएई के विदेशमंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल-नहयान को अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी ने फोन कर अभियान के दौरान मारे गए यूएई के 22 सैनिकों की मौत पर दुख व्यक्त किया।
यमन में आतंकवाद के खिलाफ अभियान में अब तक यूएई के करीब 30 सैनिकों की मौत हो चुकी है।
यमन में राष्ट्रपति हादी के नेतृत्व वाली ‘वैधानिक’ सरकार का समर्थन करने वाली अरब क्षेत्र के नौ देशों वाली संयुक्त सेना में यूएई भी शामिल है।
इस अभियान ‘रेस्टोर होप’ का मकसद शिया हौती विद्रोहियों को यमन में सत्ता हासिल करने से रोकना है। संयुक्त सेना का नेतृत्व कर रहे सऊदी अरब का आरोप है कि हौती विद्रोहियों को ईरान से मदद मिल रहा है।