विस्फोट इतना भयांनक था कि उसकी आवाज काफी दूर तक लोगों को सुनाई दी। पुलिस को आशंका है कि घर में पटाखे बनाने का काम होता था और विस्फोट भी पटाखों की वजह से हुआ।
आलमबाग के सीओ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि पारा के डाक्टरखेड़ा इलाके में एक प्लाट में बने मकान में 60 वर्षीय जुम्मन अपनी पत्नी 55 वर्षीय उमरजहां और 16 वर्षीय बेटी सिमरन के साथ रहते थे। रविवार की सुबह 6 बजे अचानक जुम्मन के घर में जोरदार विस्फोट हुआ। विस्फोट के साथ ही मकान की छत पर दीवार भी ढह गई।
धमाके की आवाज सुनते ही आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे तो वहां धूल ही धूल उठ रही थी। इसी बीच पुलिस को सूचना दी कि गई मकान में रखा सिलिंडर फटा है। खबर पाकर मौके पर पारा पुलिस, सीओ आलमबाग, दमकल की गाड़ी व एंबुलेंस पहुंची।
पुलिस ने मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीन बुलाई। जेसीबी से मलबा हटाकर जुम्मन व उसकी पत्नी उमरजहां को निकाला गया। वहीं घर से कुछ दूरी पर सिमरन क्षत-विक्षत हालत में पड़ी थी। पुलिस एंबुलेंस की मदद से तीनों को ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंची, जहां डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। मकान में धमाके की सूचना पर एटीएस की टीम, बम निरोधक दस्ता व फॉरेंसिक टीम भी पहुंची। छानबीन के दौरान एटीएस को पटाखे में प्रयोग होने वाला बारूद मिला। पुलिस ने बारूद को कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया है।
सीओ आलमबाग ने बताया कि गैस सिलिंडर में विस्फोट नहीं हुआ था, आशंका है कि घर में आतिशबाजी में प्रयोग होने वाले बारूद की वजह से धमाका हुआ। फिलहाल पुलिस इस बात की छानबीन में जुटी है कि आखिर जुम्मन के घर में बारूद कहां से आया।