त्रिशूर (केरल), 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के वित्त मंत्री के.एम. मणि को पद से इस्तीफा देने की कतई जरूरत नहीं है।
एक विशेष सतर्कता अदालत ने बार घोटाला मामले में वित्त मंत्री के खिलाफ फैसला सुनाया है। इस फैसले के बाद केरल में विपक्ष मणि के इस्तीफे की मांग कर रहा है।
विशेष सतर्कता अदालत ने गुरुवार को बार घोटाले में सतर्कता विभाग द्वारा मणि को दी क्लीन चिट को खारिज कर दिया और मामले की जांच आगे बढ़ाने का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री चांडी ने यहां संवाददाताओं को बताया, “हम अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन मणि को पद से इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है। मणि ने कुछ गलत नहीं किया है। न्यायतंत्र में सतर्कता अदालत ही सब कुछ नहीं है।”
उन्होंने कहा, “मणि ने कोई रिश्वत नहीं ली है। अगर आज (शुक्रवार) के समाचार पत्र पढ़ें, तो प्रत्येक रिपोर्ट के अपने ही निष्कर्ष हैं। मणि से किसी सूरत में इस्तीफा नहीं मांगा जाएगा।”
अदालत की ओर से यह फैसला उन सात याचिकाओं पर आया है, जिसमें मामले की जांच कराने की मांग की गई थी। पिछले साल अक्टूबर में बार मालिक बिजू रमेश ने दावा किया था कि मणि ने राज्य में बंद पड़े 418 बार को दोबारा खुलवाने की एवज में केरल बार ओनर्स एसोसिएशन से एक करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी।
वहीं दूसरी ओर, मणि ने कोट्टायम स्थित अपने गृहनगर में संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है।
उन्होंने कहा, “रिश्वत मामलों में सर्वोच्च अदालत के फैसले बहुत ही स्पष्ट हैं। मेरे पैसा मांगने की बात सिद्ध नहीं हुई है। मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं।”