संगोष्ठी का आयोजन राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद, भारत सरकार द्वारा किया गया है। उद्घाटन सत्र में राज्यपाल एक पुस्तक का लोकार्पण भी करेंगे तथा प्रो. रिजवान कैसर आधार व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।
इसी सत्र में पद्मश्री मुज्जफर हुसैन, उपाध्यक्ष राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद स्वागत उद्बाोधन देंगे तथा प्रो. इर्तिजा करीम संगोष्ठी का परिचय देंगे। संगोष्ठी का विषय ‘समकालीन युग में मौलाना अबुल कलाम आजाद की प्रासंगिकता’ रखा गया है जिसमें देश के जाने माने विद्वान सम्मिलित होंगे।
उद्घाटन के बाद संगोष्ठी का पहला सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसकी अध्यक्षता प्रो. शारिब रूदौलवी एवं प्रो. मलिक जादा मंजूर करेंगे। सत्र में प्रो. अब्दुल सत्ताल दलवी, ख्वाजा ए. मुंतकिम, प्रो. वहाब कैसर, प्रो. अनवर मुअज्जम, फिरोज अहमद बख्त एवं कुमार विक्रम अपने पर्चे प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम का संचालन वामिक खान करेंगे।
संगोष्ठी का दूसरा सत्र 20 नवंबर को आयोजित किया जाएगा, जिसका शीर्षक ‘उर्दू पत्रकारिता और मौलाना अबुल कलाम आजाद’ होगा। इस सत्र की अध्यक्षता प्रो. अब्दुल सत्तार दलवी एवं अतहर नबी करेंगे। सत्र में प्रो. मलिक जादा मंजूर, आबिद सुहैल, प्रो. एम. शाफे किदवई, शाहिद लतीफ एवं डॉ. अब्बास रजा नैय्यर अपने पर्चे प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. सैय्यद शफीक अशरफी करेंगे।