पुलिस ने मुठभेड़ में कुछ और नक्सलियों के मारे जाने व घायल होने का दावा किया है। मौके से पुलिस ने बंदूक सहित दैनिक उपयोग की सामग्रियों की खेप बरामद की है। इधर एक अन्य मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल रही है।
बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी एवं नारायणपुर एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि नक्सली एलओएस कमांडर रंगू बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए अबूझमाढ़ इलाके के बेड़मामेटा गांव के जंगल में छिपे होने की सूचना मिली थी। मिली सूचना के आधार पर अलग-अलग थाना क्षेत्रों से पुलिस की कंपोजिट पार्टी रवाना की गई थी।
पुलिस की मौजूदगी को भांपकर नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में मोर्चा संभालते हुए पुलिस बल ने भी फायरिंग की। लगभग दो घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद अंतत: नक्सलियों का हौसला जवाब दे गया और वे घने जंगल की आड़ लेकर भाग गए।
उन्होंने बताया कि घटनास्थल की जांच के दौरान दो वदीर्धारी नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, जिनकी शिनाख्त की जा रही है। आईजी कल्लूरी ने बताया कि मौके से बरामद हथियार एवं गोलाबारूद से स्पष्ट होता है कि मारे गए नक्सली किसी बड़े कैडर के हैं।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर मौजूद खून के धब्बे एवं घसीटे जाने के निशान से यह साबित होता है, कि कम से कम 2-3 नक्सली और मारे गए होंगे साथ ही कुछ लहूलुहान भी हुए होंगे। पुलिस ने घटनास्थल से बंदूकें, बम, बैनर, पोस्टर, दवाइयां, गोला-बारूद, डेटोनेटर, बिजली के तार, बैटरी, पिट्ठू बैग, दैनिक उपयोग की सामग्रियां सहित नक्सली साहित्य बरामद किया गया है।
दूसरी घटना में नारायणपुर जिले में ही पोंगर गांव के नजदीक एक अन्य पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल से भाग रही दो महिला नक्सलियों सतारो गावड़ी एवं नीला जो कि झाराघाट एलओएस की मेम्बर हैं, को गिरफ्तार किया है।
आईजी कल्लूरी ने बताया कि सुकमा, बीजापुर एवं दंतेवाड़ा जिलों में नक्सलियों के खिलाफ दबाव बढ़ रहा है। इसीलिए वे नारायणपुर जिले के माढ़ इलाके में जमघट लगाकर 2 से 8 दिसंबर तक मनाए जाने वाले पीएलजी सप्ताह में बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में जुटे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि एक माह में पुलिस ने 18 खूंखार नक्सलियों को मार गिराया है। इन दोनों ही घटनाओं में पुलिस को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं हुई है।