नई दिल्ली, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारत और पाकिस्तान के बीच महज 10 दिन के अंदर उच्चस्तर पर तीसरी बार द्विपक्षीय बातचीत होने जा रही है। अफगानिस्तान की स्थिति पर हो रहे ‘हार्ट आफ एशिया’ सम्मेलन में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस्लामाबाद पहुंच चुकी हैं।
पेरिस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच अचानक 30 नवंबर को मुलाकात हुई। इसके बाद 6 दिसंबर को बैंकाक में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और नसीर खान जंजुआ ने मुलाकात की और आतंकवाद एवं कश्मीर समेत कई मुद्दों पर बात की।
माना जा रहा है कि सुषमा इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगी। माना जा रहा है कि वह हार्ट आफ एशिया सम्मेलन के इतर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज से मुलाकात करेंगी।
यह 2012 के बाद भारत के किसी मंत्री की पहली पाकिस्तान यात्रा है। 2012 में तत्कालीन विदेश मंत्री एस.एम.कृष्णा पाकिस्तान की यात्रा पर गए थे।
सुषमा की इस्लामाबाद यात्रा ने राजनयिक और अन्य हलकों में भी गहरी दिलचस्पी पैदा कर दी है।
डॉन अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है, “जो कुछ दिन पहले तक असंभव लग रहा था, वही आज उच्चस्तर पर हुई कूटनीति की वजह से असाधारण लग रहा है। सबसे पहली और जरूरी बात तो यह है कि सभी अच्छी सोच रखने वाले भारतीय और पाकिस्तानियों को इस मुलाकात का स्वागत करना चाहिए।”
बहरहाल, सुषमा की यात्रा का मुख्य मकसद ‘हार्ट आफ एशिया इस्तांबुल प्रॉसेस’ में हिस्सा लेना है। इस सम्मेलन की शुरुआत 2011 में अफगानिस्तान और तुर्की की पहल पर हुई थी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी बुधवार को संयुक्त रूप से पांचवी ‘हार्ट ऑफ एशिया-इस्तांबुल प्रॉसेस’ का उद्घाटन करेंगे।
सम्मेलन में विश्वास बहाली के कई उपायों की मदद से क्षेत्रीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। आतंकवाद, गरीबी और चरमपंथ समेत आम खतरों का मुकाबला करने के लिए अफगानिस्तान और उसके पड़ोसी देशों के बीच समन्वय बढ़ाने पर विचार किया जाएगा।
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य अफगानिस्तान और इस क्षेत्र में दीर्घकालिक शांति और स्थायित्व और साथ ही प्रगति और विकास को बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय सहयोग और संपर्क को बढ़ाना है।
सम्मेलन के एजेंडे को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को इस्लामाबाद में बैठक हुई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज और अफगानिस्तान के उप विदेश मंत्री खलील हिकमत करजई ने मंगलवार को बैठक का उद्घाटन किया।