नई दिल्ली, 9 दिसम्बर (आईएएनएस)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नेशनल हेराल्ड अखबार मामले में बुधवार को सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के खिलाफ राजनैतिक बदले की कार्रवाई प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के इशारे पर हो रही है।
नई दिल्ली, 9 दिसम्बर (आईएएनएस)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नेशनल हेराल्ड अखबार मामले में बुधवार को सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के खिलाफ राजनैतिक बदले की कार्रवाई प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के इशारे पर हो रही है।
यहां संवाददाताओं से राहुल ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका में पूरा विश्वास है और सच सामने आएगा।
राहुल ने कहा, “(यह) सौ फीसदी राजनैतिक प्रतिशोध है, शुद्ध राजनैतिक प्रतिशोध जो पीएमओ से निकल कर आ रहा है। यह ऐसा ही है। यही उनका राजनीति करने का तरीका है। सौ फीसदी शुद्ध राजनैतिक प्रतिशोध।”
राहुल से पूछा गया कि क्या संसद में प्रदर्शन कर न्यायपालिका को धमकाया जा रहा है? राहुल ने कहा कि मामला उलटा है। उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि न्यायपालिका को कौन धमका रहा है।”
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार उसके नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोप में फंसा रही है। पार्टी संसद के दोनों सदनों में इस मामले पर विरोध जता रही है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस मामले में सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी एवं कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं की उस याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें निचली अदालत के समन को खारिज करने का अनुरोध किया गया था। इसके साथ इनकी मंगलवार की पेशी तय हो गई थी।
निचली अदालत ने मंगलवार को कहा कि इन्हें 19 दिसंबर को पेश होना होगा।
इस मामले में शिकायतकर्ता भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी हैं।
निचली अदालत ने 26 जून को स्वामी की शिकायत पर समन जारी किए थे। स्वामी का आरोप है कि यंग इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल) द्वारा नेशनल हेराल्ड अखबार निकालने वाले एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) का अधिग्रहण ‘धोखाधड़ी’ है और ‘यंग इंडिया में सोनिया और राहुल की 38-38 फीसदी की हिस्सेदारी है।’