नई दिल्ली, 9 दिसम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार में प्रधान सचिव और उनके एक निजी सहायक कर्मी को बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2.2 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में औपचारिक तौर पर हिरासत में ले लिया।
सचिव और उनके सहयोगी पर सुरक्षाकर्मियों और चपरासियों की भर्ती के लिए यह रिश्वत लेने का आरोप है।
1984 बैच के आईएएस अधिकारी संजय प्रताप सिंह दिल्ली सरकार के अनुसूचित जाति/जनजाति एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय में प्रधान सचिव हैं और उन्हें मंगलवार को उनके सहयोगी रमेश कुमार के साथ गिरफ्तार किया गया था।
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपियों को बुधवार को हिरासत में ले लिया गया।
अधिकारी ने बताया, “दोनों आरोपियों को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश अंजू बजाज चांदना की अदालत में पेश किया गया और न्यायाधीश ने उन्हें एक दिन के लिए पुलिस की हिरासत में भेज दिया।”
दोनों व्यक्तियों पर एक ठेकेदार से 2.2 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप है। यह ठेकेदार मंत्रालय को सुरक्षाकर्मी और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की आपूर्ति करता रहा है।