नई दिल्ली, 10 दिसम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को जासूसी कांड में गिरफ्तार पांच लोगों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इन आरोपियों में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक हेड कांस्टेबल भी शामिल है।
मुख्य महानगर दंडाधिकारी संजय खानाग्वाल ने बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अब्दुल राशिद, सेना के हवलदार (सेवानिवृत्त) मुनव्वर अहमद मीर, सरकारी स्कूल शिक्षक साबर, सैनिक फरीद अहमद और लाइब्रेरी सहायक कैफेतुल्ला खान उर्फ मास्टर रजा को न्यायिक हिरासत में भेजा।
इन पांचों पर आरोप है कि इन्होंने खुफिया भारतीय दस्तावेज पाकिस्तानी खुफिया संस्था आईएसआई तक पहुंचाए हैं। पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद इन्हें अदालत में पेश किया गया था।
दिल्ली पुलिस ने अदालत से कहा कि आरोपियों को हिरासत में लेकर और पूछताछ की अब जरूरत नहीं है।
फरीद अहमद को पश्चिम बंगाल से पकड़ा गया था वहीं मीर तथा साबर को दिल्ली पुलिस और जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में पकड़ा गया था।
राजौरी के रहने वाले 44 वर्षीय कैफेतुल्ला के बारे में कहा जा रहा है कि वह आईएसआई एजेंट है। उसे 26 नवंबर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया।
कैफेतुल्ला से पूछताछ के बाद राजौरी में अब्दुल राशिद को पकड़ा गया। मीर को भी रजौरी से गिरफ्तार किया गया था।