नागरिक उड्डयन और पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक 2014 में चीन में 1.5 लाख चीनी पर्यटक आए थे, जबकि 2010 में इनकी संख्या केवल 46,000 थी।
मंत्रालय के सचिव दिनेश चंद्र थपालिया ने कहा कि नेपाल का दौरा करने वाले चीनी नागरिकों के लिए वीजा शुल्क में छूट देने की नई नीति 2016 के शुरुआत से लागू हो जाएगी।
सचिव ने साथ ही नेपाल आने वाले चीनी यात्रियों के लिए जारी किए गए यात्रा परामर्श को आगे बढ़ाने के लिए चीन की सरकार का शुक्रिया अदा किया।
बीजिंग में शुक्रवार को नेपाल के उपप्रधानमंत्री कमल थापा और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच पर्यटन साझेदारी को बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
इस अवसर पर जहां एक ओर नेपाल ने चीनी नागरिकों के लिए वीजा शुल्क में छूट देने की नई नीति की पहल की, वहीं दूसरी ओर चीन ने 25 अप्रैल के भूकंप के बाद नेपाल यात्रा के लिए जारी की गई चेतावनी को हटाने का फैसला लिया।
थापालिया ने कहा, “नेपाल की सरकार चीनी नागरिकों के लिए वीजा शुल्क में छूट देने की नई नीति पर जल्द ही फैसला लेगी।”
उन्होंने कहा, “पिछले कुछ सालों में नेपाल आने वाले चीनी पर्यटकों की संख्या में बढ़ावा हुआ है और हमें आगामी सालों में और भी चीनी पर्यटकों के आने की उम्मीद है।”
नेपाल के मौजूदा कानून के तहत क्षेत्रीय सहयोग देशों के लिए दक्षिण एशियाई संघ (सार्क) के नागरिकों को वीजा फीस का भुगतान करने की जरूरत नहीं है।