शिमला, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)। नववर्ष की पूर्वसंध्या मनाने के लिए अगर आप हिमाचल प्रदेश का रुख करना चाहते हैं, तो जान लें कि इस बार इस मौके पर हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों में मौसम की सर्द ठिठुरन की जगह खिली धूप और खुशनुमा मौसम आपका स्वागत करेगा।
शिमला, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)। नववर्ष की पूर्वसंध्या मनाने के लिए अगर आप हिमाचल प्रदेश का रुख करना चाहते हैं, तो जान लें कि इस बार इस मौके पर हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों में मौसम की सर्द ठिठुरन की जगह खिली धूप और खुशनुमा मौसम आपका स्वागत करेगा।
मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राज्य के अधिकांश पर्यटक स्थलों पर नववर्ष के मौके पर इस बार मौसम में गरमाहट रहेगी।
नववर्ष की पूर्वसंध्या इस वर्ष गुरुवार को पड़ रही है। ऐसे में ज्यादातर यात्री 31 दिसम्बर से दो दिनों का अवकाश लेकर साप्ताहांत की दो छुट्टियों का फायदा उठाते हुए नववर्ष के स्वागत के लिए पहाड़ी स्थलों का रुख कर रहे हैं।
पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि इस प्रकार चार दिनों की छुट्टियों का लाभ उठाते हुए इस बार पर्वतीय क्षेत्रों में छुट्टियां बिताने के लिए लगभग 75,000 पर्यटकों के आने का अनुमान है।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के महाप्रबंधक विजय शर्मा ने आईएएनएस को बताया, “इस सप्ताहांत बेशुमार पर्यटकों के आने की योजना के कारण हमारी बुकिंग फुल हो चुकी है। साप्ताहांत की दो छुट्टियों के साथ दो अवकाश लेकर पर्यटक चार दिनों के लिए यहां का रुख कर रहे हैं।”
शर्मा के मुताबिक, पर्यटक शिमला, कसौली, कुफरी, नरकंडा, मनाली, डलहौजी, चम्बा, धर्मशाला और पालमपुर का रुख कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पर्यटक बर्फबारी का मजा उठाने के लिए कुफरी और नरकंडा जैसे शिमला के नजदीकी स्थलों या फिर डलहौजी या मनाली जा सकते हैं।
शिमला से लगभग 65 किमी दूर नरकंडा और कुफरी अभी भी बर्फ से ढके हैं।
चंडीगढ़ के पर्यटकों मुदित और सभा शर्मा ने अपनी नववर्ष की छुट्टियां धर्मशाला और नजदीकी स्थलों पर बिताने की योजना बनाई है।
सभा ने कहा, “मैक्लियाडगंज में 2015 को अलविदा करने के बाद हम सीधे ‘बिर-बिलिंग’ का रुख करेंगे, जहां हम नववर्ष के पहले दिन पैराग्लाइडिंग का लुत्फ उठाएंगे।”
पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि नववर्ष मनाने के लिए पर्वतीय इलाकों में जाने को उत्साहित पर्यटकों के कारण मनाली और उसके नजदीकी इलाकों के अधिकांश टूरिस्ट रिजॉर्ट्स बुक हैं।
जानकारों का कहना है कि दो जनवरी से मनाली में शुरू होने वाले आगामी पांच दिवसीय विंटर कार्निवाल और वहां मौजूद बर्फ के कारण पर्यटक ज्यादा दिनों तक वहां रहना चाहते हैं।
इसी प्रकार मनाली से 13 किमी ऊपर सोलांग के स्की स्लोप और राजधानी शिमला से 250 किमी दूर कल्पा भी बर्फ की खूबसूरत चादरों में लिपटे हुए पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।
शिमला के मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि मशहूर पर्यटन स्थलों में दिन सुहावनी और रातें ठंडी हैं।
उन्होंने बताया, “पांच जनवरी तक राज्य में बारिश या बर्फबारी की संभावना नहीं है।”
मौसम विभाग के अनुसार, शिमला में 1990, 1995, 2000 और 2002 में नववर्ष की पूर्व संध्या पर बर्फबारी हुई थी।
राज्य की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का भी काफी योगदान है।