लखनऊ, 23 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत के दौरान मंगलवार को कांग्रेस ने शून्यकाल में बनारस के पिंडरा विधानसभा से विधायक अजय राय की रिहाई का मुद्दा उठाया। इस पर कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों से नोकझोंक हो गई।
भाजपा के सदस्य कांग्रेस द्वारा आरएसएस व बजरंग दल पर वाराणसी में दंगे का आरोप लगाए जाने से नाराज थे। भाजपा सदस्य इस पर नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए।
इस मुद्दे पर हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने पहले 15 मिनट और फिर 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
भाजपा सदस्यों की मांग थी कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों को सदन की कार्यवाही से निकाला जाए। साथ ही कांग्रेस खेद प्रकट करे। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भाजपा सदस्य फिर वेल में आकर नारेबाजी करने लगे।
अध्यक्ष द्वारा आपत्तिजनक बातों को कार्यवाही से निकालने का आश्वासन देने के बाद भी हंगामा जारी रहा। इस पर अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सरकार द्वारा पक्ष रखने की बात कहते हुए भाजपा सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन सदस्य नहीं माने। इस पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोबारा स्थगित कर दी।
उल्लेखनीय है कि बनारस में प्रतिकार यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस ने विधायक अजय राय को गिरफ्तार किया था। बाद में शासन की मंजूरी पर उनके खिलाफ रासुका लगाया गया। फिलहाल वह जेल में हैं।