सरकारी सूचना के निदेशक रंगा कालनसोरिया ने शुक्रवार को कहा कि यूरोपीय संघ के साथ हाल में एक उच्चस्तरीय वार्ता के बाद प्रतिबंध को हटा दिया गया।
यूरोपीय संघ ने अक्टूबर 2014 में श्रीलंका द्वारा अपने मछुआरों के अंतर्राष्ट्रीय मत्स्य कानूनों के उल्लंघन पर रोक नहीं लगा पाने और श्रीलंका में मानवाधिकारों के मुद्दे पर यह प्रतिबंध लगाया था।
यूरोपीय संघ के प्रतिबंध के बाद श्रीलंका के सीफूड निर्यात में लगातार गिरावट आ रही थी।
श्रीलंका, यूरोपीय संघ को महंगे मत्स्य उत्पादों, जैसे सोर्डफिश व टुना के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है।
यूरोपीय संघ आयोग के मुताबिक, साल 2013 में श्रीलंका ने यूरोपीय संघ के देशों को 9.4 करोड़ डॉलर कीमत की 7,400 टन मछलियों का निर्यात किया था, जबकि साल 2014 में 6.299 करोड़ डॉलर कीमत की 500 टन मछलियों का निर्यात किया था।