नई दिल्ली, 29 जून (आईएएनएस)। गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) ने बुधवार को कहा कि वह 2017 तक दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता बढ़ाना चाहता है। जीसीएमएमएफ अमूल ब्रांड के दूध तथा दुग्ध उत्पादों का विपणन करता है।
नई योजना के मुताबिक, संघ मार्च 2017 तक दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता बढ़ाकर 320 लाख लीटर प्रति दिन (एलएलपीडी) करना चाहता है, जो अभी 280 एलएलपीडी है।
जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढ़ी ने कहा, “संयंत्र की दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता 280 एलएलपीडी है। गत वर्ष अमूल ने 170 एलएलपीडी उत्पादन किया।”
सोढ़ी ने यहां एक कार्यक्रम से अलग संवाददाताओं से कहा, “ठंड के मौसम में उत्पादन सर्वाधिक हो रहा था। हम मार्च तक अपना उत्पादन बढ़ाकर 320 एलएलपीडी करना चाहते हैं।”
कंपनी ने कहा कि दूध की कीमतें बढ़ाने से उसकी बाजार हिस्सेदारी नहीं घटी है।
वित्त वर्ष 2015-16 में अमूल की कुल आय साल-दर-साल आधार पर 67 फीसदी बढ़कर 23,004 करोड़ रुपये रही।
अमूल मिठाई भी लांच करना चाहता है।
सोढ़ी ने कहा, “हम रसमलाई और रसगुल्ला लांच करने जा रहे हैं। यह पहला मौका होगा, जब देश में ब्रांडेड रसमलाई लांच होगी, जिसे दुकानों में एक साल तक रखा जा सकेगा। इसे ठंडा जमाकर रखा जाएगा।”
अमूल ने कहा कि रियो 2016 ओलिंपिक खेल के भारतीय दल का आधिकारिक प्रायोजक बनने के लिए उसने एक करोड़ रुपये निवेश किए हैं।