पणजी, 30 जून (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दावा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मई 2014 के चुनाव में मिले वोट प्रतिशत में दो साल बाद करीब आठ फीसदी की गिरावट आई है।
केजरीवाल यहां संपादकों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट देने वालों में से दक्षिणपंथी मतदाताओं को छोड़ मतदाताओं का एक वर्ग स्वयं को ठगा सा महसूस करता है। आप संयोजक का दावा है कि ऐसा मोदी के अपने वादे पूरे न करने की वजह से है।
उन्होंने कहा, “भाजपा ने पिछली बार 31 फीसदी वोट पाए थे। इनमें से आठ-10 फीसदी वोटों का कट्टर हिंदुत्व, सात-आठ फीसदी वोटों का चरमपंथियों एवं हिंदू विचारधारा में यकीन रखने वाले से ताल्लुक हो सकता है।”
केजरीवाल ने कहा, “बाकी लोगों को गुजरात के विकास मॉडल से बेवकूफ बनाया गया। वे लोग आज ठगा सा महसूस करते हैं।”
केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी ख्वाहिश प्रधानमंत्री बनने की नहीं है।
उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहता। मैं कुछ नहीं बनना चाहता। मेरी विनती है कि मुझे दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में ही काम करने दें।”
केजरीवाल ने यह भी कहा कि लोग अच्छी तरह वाकिफ थे कि मोदी सरकार अपने वादों से किस तरह मुकरने वाली है।
उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर देश में भय का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया।
गोवा के तीन दिनी दौरे पर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “जो भारत माता की जय नहीं कहता, उसे आप पिटवाते हैं और कश्मीर में जो कोई भारत माता की जय कहता है, उसे वहां पीटा जाता है। जो बीफ नहीं खाता उसे आप पिटवाते हैं और जो बीफ खाता है उसे भी पिटवाते हैं। इन लोगों ने विश्वविद्यालयों को युद्ध-क्षेत्र बना दिया है।”
केजरीवाल ने उन आरोपों का खंडन किया जिनके अनुसार, उनकी पार्टी का दक्षिणपंथी ताकतों से संबंध है।
उन्होंने कहा, “दक्षिणपंथी से हमारा कथित जुड़ाव का कब रहा? हमें दिल्ली में सरकार चलाते दो साल हो गए हैं। जुड़ाव अब तक सामने नहीं आया है और अगर हमारा लेना-देना या जुड़ाव रहता तो हम मोदी को गलियाते नहीं। हम दक्षिणपंथी ताकतों एवं उनके नेताओं की आलोचना करते समय कोई नरमी नहीं बरत रहे हैं। हम उनकी गुंडागर्दी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।”