भुवनेश्वर, 1 जुलाई (आईएएनएस)। भारत ने इजरायल के सहयोग से निर्मित मध्यम दूरी के प्रक्षेपा का शुक्रवार को ओडिशा तट से सफल परीक्षण किया।
जमीन से हवा में मार करने वाले इस प्रक्षेपा का बीते दो दिनों में यह तीसरा परीक्षण है, जिनमें दो परीक्षण सफल रहे।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, प्रक्षेपा (एमआर-एसएएम) को चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) के लांच पैड-3 से सुबह 10.26 बजे प्रक्षेपित किया गया।
सूत्रों के अनुसार, इससे पहले गुरुवार को चांदीपुर से ही इस प्रक्षेपा के दो परीक्षण किए गए थे। पहला परीक्षण जहां सफल रहा था, वहीं दूसरे परीक्षण में प्रक्षेपा अपना लक्ष्य चूक गया था।
यह प्रक्षेपा विमानों एवं हेलीकॉप्टर सहित 70 किलोमीटर की परिधि में आने वाले हर तरह के हवाई खतरे को भेद सकता है। यह प्रक्षेपा सुपरसोनिक विमानों एवं प्रक्षेपाों को भी भेद सकता है।
इस प्रक्षेपा का निर्माण इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज, भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और इजरायल के एडमिनिस्ट्रेशन फॉर द डेवलपमेंट ऑफ वेपन्स एंड टेक्नोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर ने संयुक्त रूप से किया है।