देहरादून, 1 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चमौली जिलों में भारी बारिश के बाद बादल फटने और भूस्खलनों से सात लोगों की मौत हो गई।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “पिथौरागढ़ जिले के कनालीचिना ब्लॉक के बासतिया गांव में भूस्खलनों के बाद मलबे में 30 लोग फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन के दल ने स्थानीय लोगों की मदद से चार शवों को बाहर निकाला।”
उन्होंने कहा, “चमौली जिले में तीन लोगों की मौत हो गई और चार लापता हैं।”
अधिकारियों का कहना है कि पिथौरागढ़ में बादल फटने से क्षेत्र में जलभराव हो गया है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।
धारचूला क्षेत्र के सुवा गांव में कृषि के बड़े हिस्से नष्ट हो गए हैं और गांव को जोड़ रहे तीन पुल भी बह गए हैं।
पिछले 24 घंटों में 54 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई।
थाल-मुन्सयारी सड़क नष्ट हो गई है। इस वजह से दर्जनभर वाहन दोनों ओर फंसे हुए हैं।
यमुनोत्री राजमार्ग भी नष्ट हो गया है, जिस वजह से यातायात बाधित हुआ है।
गांगोलगांव में भूस्खलन के बाद केदारनाथ राजमार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश बाधित हुआ है।
अगले 72 घंटों में भारी बारिश को लेकर नैनीताल, उधमसिंह नगर, चंपावत, अल्मोड़ा, पौड़ी, हरिद्वार, टिहरी और देहरादून जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।