नई दिल्ली, 16 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कपटपूर्ण ‘चाल चलने’ और ‘लोकतंत्र के साथ धोखा’ करने का आरोप लगाया और कहा कि ‘पीपीए’ लोकतंत्र को नेस्तनाबूद करने के लिए भाजपा की शैतानी चाल की ‘नाजायज संतान’ है।
पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेम खांडू के 42 कांग्रेस विधायकों सहित कांग्रेस छोड़कर राज्य में भाजपा की एक सहयोगी पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) में शामिल हो जाने के बाद यह बयान दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा, “मोदी और भाजपा की साजिश और लोकतंत्र के साथ धोखाधड़ी का आज अरुणाचल प्रदेश में चक्र पूरा हो गया है।”
उन्होंने कहा, “पीपीए लोकतंत्र को नेस्तनाबूद करने के लिए भाजपा की शैतानी चाल की नाजायज संतान है।”
सुरजेवाला ने कहा, “सीमावर्ती राज्य अरुणाचल प्रदेश के लोगों का जनादेश दिन की रोशनी में लूट लिया गया है।”
सुरजेवाला ने कहा, “धन-बल के सकल और बड़े पैमाने पर दुरुपयोग ने आखिरकार अवसरवादियों और दल बदलुओं की एक अनैतिक सरकार को जन्म दिया है।”
उन्होंने कहा, “दुख की बात है कि शमन के वास्तुकार और लोकतंत्र और संविधानवाद की भावना की हत्या करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह हैं, जो सहकारी संघवाद के वादे पर सत्ता में पहुंचे थे।”
उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार ने संवैधानिक सर्वोच्चता की आत्मा का नाश कर दिया है।”
सुरजेवाला ने साथ ही कहा कि दल बदल कर ‘कांग्रेस के अपव्ययी बेटों ने बेहद बड़ी वैचारिक और राजनीतिक भूल और समझौता’ किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के लोगों का विश्वास भी खत्म कर दिया है, जिन्होंने उन्हें बतौर कांग्रेस उम्मीदवार वोट दिया था। हम अरुणाचल प्रदेश में जैसी राजनीति देख रहे हैं, वह न ही तर्कसंगत है और न ही विश्वसनीय।”
कांग्रेस के पूर्वोत्तर भारत प्रभारी सी.पी. जोशी ने संवाददाताओं से कहा, “पूवरेत्तर भारत में भाजपा की विचारधारा के लिए कोई जगह नहीं है।”
उन्होंने साथ ही कहा कि अपनी विचारधारा थोपने के प्रयास के ‘घातक परिणाम’ होंगे।
जोशी ने कहा, “हमने देखा है कि जम्मू एवं कश्मीर में क्या हो रहा है। और हमें चिंता है कि कहीं पूर्वोत्तर भारत में भी ऐसी ही स्थिति उत्पन्न न हो जाए।”
कांग्रेस नेता ने साथ ही कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बावजूद ‘आज (शुक्रवार) जो धोखाधड़ी हुई है, वह भारत के लोकतंत्र के लिए बेहद अशुभ है।’