नई दिल्ली, 24 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय अर्थव्यवस्था में अगले छह महीने में सुधार होने की संभावना है, लेकिन क्षमता उपयोग कम रहने और कंपनियों की आय पर दबाव के चलते निजी निवेश चिंता का विषय होगा। यह बात रविवार को उद्योग संघ एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) ने कही।
एसोचैम-बिजकॉन सर्वेक्षण में कहा गया है कि अगले छह महीने में बिक्री बढ़ सकती है, लेकिन आय और निवेश कम रह सकता है।
एसोचैम ने यहां सर्वेक्षण के हवाले से कहा, “देश के उद्योग जगत के लिए अगली दो तिमाहियों में बेहतर बिक्री और बेहतर क्षमता उपयोग की उम्मीद है, लेकिन समग्र आर्थिक स्थिति में सुधार के बाद भी निवेश और कंपनियों की आय बढ़ने की उम्मीद कम है।”
सर्वेक्षण में 63 फीसदी की राय यह थी कि अगले छह महीने में आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
हालांकि सर्वेक्षण में यह भी पता चला कि क्षमता उपयोग का स्तर कम रहने, आपूर्ति अधिक रहने और लाभ मार्जिन पर दबाव बने रहने के कारण निजी निवेशक निवेश करने से कतराएंगे।
सर्वेक्षण की 41.7 फीसदी राय यह रही कि अक्टूबर-दिसंबर 2015 में बिक्री घटी है और यह जनवरी-मार्च में बढ़ सकती है।
एसोचैम के महासचिव डी.एस. रावत ने बयान में कहा, “कीमत घटने का वैश्विक रुझान भारत में भी विभिन्न क्षेत्रों में देखा जा रहा है, जिससे निवेशकों का विश्वास डगमगा रहा है। उपभोक्ताओं का मनोबल तभी लौट सकता है, जब निर्माण, अवसंरचना और विनिर्माण जैसे उत्पादक क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने से रोजगार के अवसर बढ़ें।”