कोलकाता, 8 जनवरी (आईएएनएस)। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के बाद देश एक बार फिर आई-लीग के साथ फुटबाल के लिए तैयार है। नौ टीमों के बीच आई-लीग खिताब के लिए होने वाली जंग दर्शकों को रोमांचित करेगी।
नेशनल फुटबाल लीग के नाम से खेली जाने वाली फुटबाल लीग का नाम 2007 में बदल कर आई-लीग कर दिया गया था। नए नाम से शुरू होने के बाद पिछले संस्करण में पहली बार जीत हासिल करने वाली मोहन बागान और लीग की नई टीम आइजोल के बीच लीग का पहला मैच नौ जनवरी को खेला जाएगा।
पुणे एफसी, रॉयल वहिंगदोह और भारत एफसी के लीग से नाम वापस लेने के बाद आइजोल एफसी और डीएसके शिवाजियंस दो नई टीमों को लीग में शामिल किया गया है।
लीग की सबसे मजबूत टीम बेगलुरू मानी जा रही है। पिछले दो साल में उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। 2013-14 में उन्होंने लीग का खिताब हासिल किया था और 2015 में भी वह जीत के काफी करीब थे। इस बार उनकी टीम पहले से काफी मजबूत है।
भारत के दो शानदार स्ट्राइकर भारतीय फुटबाल टीम के कप्तान सुनील छेत्री और रोबिन सिंह के साथ साथ बेंगलुरू के पास गोलकीपर अमरिंदर सिंह भी हैं जिससे उनकी टीम काफी मजबूत हो गई है।
मौजूदा चैम्पियन मोहन बागान भी खिताब की प्रबल दावेदार है। उनकी कोशिश खिताब को वापस घर ले जाने की होगी।
पिछले साल खिताब जीत कर घर पहुंची मोहन बागान टीम का स्वागत काफी गर्मजोशी से किया गया था। टीम में मिडफील्डर सोनी नोर्डे और इसी संस्करण में टीम के साथ जुड़े कॉर्नेल ग्लेन के होने से टीम काफी मजबूत नजर आ रही है।
मोहन बागान की चिर प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल की कोशिश अपने धुर विरोधी से खिताब छीन कर अपने घर ले जाने की होगी। टीम के लिए खेलने वाले दक्षिण कोरियाई मिडफील्डर डो डोंग ह्यान पर सभी की निगाहें होंगी।
मजबूत टीमों के साथ पहली बार लीग में कदम रख रहीं आइजोल और शिवाजियंस की कोशिश अच्छे प्रदर्शन की होगी। ये दोनों टीमें बाकी टीमों के लिए छुपा रुस्तम साबित हो सकती हैं लेकिन लीग में बने रहने के लिए इन्हें कड़ा संघर्ष करना पड़ेगा।
आईजोल के कप्तान डेविड लालरिनमुआना को पूरा भरोसा है कि उनकी टीम लीग की मजबूत टीमों के सामने अच्छा खेल दिखाएगी।
बुधवार को आई-लीग के उद्घाटन समारोह में उन्होंने कहा था कि उनकी टीम चैम्पियंस के खिलाफ खेलने को तैयार है।