रक्का, 19 जनवरी (आईएएनएस)। इस्लामिक स्टेट ने सीरिया में अपने लड़ाकों के वेतन में 50 फीसदी कटौती की है। इसका कारण उनके नियंत्रण के तेल क्षेत्र, आपूर्ति लाइन और नकदी भंडारगृहों पर लगातार बमबारी जारी रहना है। इससे राजस्व का ढांचा बिगड़ गया है और उनके पास धन की कमी हो गई है।
द इंडिपेंडेंट ने मंगलवार को आईएस के एक कथित दस्तावेज के हवाले से कहा, “इस्लामिक स्टेट जिन असहज परिस्थितियों का सामना कर रहा है, उसके मद्देनजर उसने सभी मुजाहिदीनों के वेतन में 50 फीसदी कटौती का फैसला किया है। यह निर्णय सभी पर लागू होगा चाहे वह किसी भी पद पर हो।”
इस दस्तावेज में कहा गया है कि सबको महीने में दो बार समय पर रसद जारी की जाती रहेगी।
माना जा रहा है कि यह दस्तावेज आईएस के प्रभाव वाले इलाके उत्तरी सीरिया के रक्का में उसके कोषागार ‘बैयत मल अल-मुस्लिमीन’ ने जारी किया है।
अमेरिका की अगुआई में रूस, फ्रांस और ब्रिटेन के गठबंधन की सेनाएं लगातार आईएस के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर रही हैं। अमेरिका ने नबंवर में दावा किया था कि आईएस के खिलाफ लड़ाई में उसने इस आतंकवादी समूह के वित्त पोषण संसाधनों को गंभीर नुकसान पहुंचा दिया है।
पिछले साल दिसंबर में जब ब्रिटेन के लड़ाकू विमानों ने आईएस पर कार्रवाई शुरू की थी तो सबसे पहले ओमर के तेल क्षेत्र में हमला किया था, जो इस संगठन का महत्वपूर्ण वित्तीय ोत है।